Deprecated: The PSR-0 `Requests_...` class names in the Requests library are deprecated. Switch to the PSR-4 `WpOrg\Requests\...` class names at your earliest convenience. in /home/wpexgrjf/aajkalrajasthan.com/wp-includes/class-requests.php on line 24
आरटीआई से खुली बोर्ड के मार्किंग सिस्टम की पोल, छात्र को 46 अंक कम देने पर अटका छात्र का प्रवेश | Aajkal Rajasthan ga('create', "UA-121947415-2", { 'cookieDomain': 'aajkalrajasthan.com','allowLinker': true } ); ga('linker:autoLink', ['aajkalrajasthan.com/amp']);
Categories: Sikar news

आरटीआई से खुली बोर्ड के मार्किंग सिस्टम की पोल, छात्र को 46 अंक कम देने पर अटका छात्र का प्रवेश

सीकर/फतेहपुर.माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) के परीक्षा परिणाम में बड़ी लापरवाही सामने आई हैं। जिस तरह बोर्ड परिणाम में खामियां सामने आ रही है उससे बोर्ड की साख भी खराब हो रही है। एक ऐसा ही मामला फतेहपुर के ढांढण गांव में एक छात्र के परिणाम को लेकर सामने आया है। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित 12 वी विज्ञान परीक्षा में छात्र हेमंत शर्मा के 82.17 प्रतिशत अंक आये, लेकिन हिंदी विषय मे 80 में से 19 नंबर दे रखे थे। इसका नतीजा यह हुआ कि छात्र के प्रतिशत कम होने के चलते पसंद की कॉलेज में उसका प्रवेश नहीं हो सका। छात्र को परिणाम पर शंका होने के चलते आरटीआई से कॉपी मंगवाई। कॉपी देखी तो पूरे सिस्टम की पोल खुल गई। छात्र के जिस विषय मे मार्कशीट में बोर्ड ने 80 में से 19 नंबर दे रखे थे, कॉपी देखी तो उसमें 80 में से 65 नंबर थे। लेकिन बोर्ड की गलती के कारण छात्र का रिकॉर्ड खराब कर दिया।
सरकारी स्कूल से दी परीक्षा, सबमें अच्छे अंकढांढण गांव के सांवरमल शर्मा के बेटे का 12 विज्ञान में गांव की ही सरकारी स्कूल में दाखिला था। 12 विज्ञान में छात्र हेमंत शर्मा के 82.40 फीसदी अंक आए। हिंदी में छात्र के 100 में से 39 नंबर दे रखे थे। छात्र को अन्य विषय में तीन विषय मे 90 प्रतिशत से अधिक व एक विषय मे 87 अंक आए थे। ऐसे में छात्र को 90 फीसदी से अधिक अंक आने की पूरी उम्मीद थी। होनहार जयपुर के महाराजा कॉलेज में प्रवेश लेना चाहता था। लेकिन बोर्ड की गलती के कारण छात्र का प्रवेश नहीं हो सका। मार्कशीट में सत्रांक के साथ पहले 100 में से 39 नंबर थे वहीं बाद में 100 में से 85 नंबर हो गए। इससे छात्र के कुल नंबर 82.40 प्रतिशत से बढ़कर 91.60 प्रतिशत हो गए। हेमन्त शर्मा पढ़ाई में हमेशा से ही मेधावी था। 12 वी विज्ञान वर्ग में छात्र को गणित में 100 में से 100 नंबर आए हैं। इसके अलावा अंग्रेजी में 96, केमेस्ट्री में 90 व फिजिक्स में 87 नंबर आये हैं। बाद में हिंदी में भी 85 नम्बर हो गए।
बोर्ड की गलती से नहीं हुआ प्रतिष्ठित कॉलेज में प्रवेश
बोर्ड की लापरवाही किसी छात्र का कैरियर कैसे प्रभावित कर देती हैं यह छात्र हेमंत शर्मा से ज्यादा कौन समझ सकता हैं। हेमंत शर्मा जयपुर में स्थित राजस्थान विश्वविद्यालय की महाराजा कॉलेज में प्रवेश लेना चाहता था। छात्र को उम्मीद थी कि उसके 90 प्रतिशत से अधिक अंक आएंगे तो प्रवेश भी हो जाएगा। जब परिणाम आया तो बोर्ड की लापरवाही छात्र पर भारी पड़ गई। छात्र के हिंदी में कम नंबर होने की वजह से छात्र के परिणाम के समय 82.40 फीसदी अंक ही आये। ऐसे में उसका महाराजा कॉलेज में प्रवेश का सपना अधूरा रह गया। जब तक बोर्ड ने संशोधित परिणाम जारी किया तब तक प्रवेश प्रकिया पूरी हो चुकी थी।
 
बोर्ड की छोटी सी गलती कितने बच्चों को करती होगी मायूस
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षा परिणाम में इस तरह की गलतियां लगातार सामने आ रही हैं।लगातार गलफत सामने आने की वहज से हजारो विद्याथियों के अरमानों पर पानी फिर जाता हैं। लगातार लापरवाही के बाद भी बोर्ड इसमे सुधार नही कर रहा। नंबर कम आने के कारण विद्याथियों को प्रवेश नहीं मिलता व कइयों को दूसरे विषय लेने पड़ते हैं। इससे उन्हें मानसिक तनाव से भी गुजरना पड़ता हैं। पिछले वर्ष भी क्षेत्र की एक छात्रा के विज्ञान विषय मे कम नंबर आए तो उसे विज्ञान की जगह कला संकाय में प्रवेश लेना पड़ा।

Aajkal Rajasthan

Share
Published by
Aajkal Rajasthan

Recent Posts

शादी से एक दिन पहले पानी के टैंकर को लेकर हुई चाकूबाजी में दुल्हा गंभीर घायल

श्रीमाधोपुर/सीकर. राजस्थान के सीकर जिला के श्रीमाधोपुर इलाके के नांगल भीम गांव में पानी के…

2 years ago

अब बेरोजगारों को हर महीने भत्ते के मिलेंगे चार हजार

  सीकर.प्रदेश के बेरोजगारों के लिए राहतभरी खबर है। अगले साल से बेरोजगारों को अब…

2 years ago

रिटायर्ड आईएएस सूर्य प्रताप सिंह का यूपी सरकार पर तंज

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Sarkar) एक के बाद एक कई सवालों के घेरे…

2 years ago

कोरोना: तीसरी लहर संभावित, तैयारियां अधरझूल !

सीकर. कोरोना का नया वेरिएंट ओमीक्रोन आने के बाद केन्द्र के साथ ही प्रदेश सरकार…

2 years ago

रीट आंसर की में बदलाव: बदलेगा मेरिट का गणित, किसी के धकधक, कई दौड़ में शामिल

सीकर. 36 दिन में रीट का परिणाम जारी कर अपनी पीठ थपथपाने वाले राजस्थान माध्यमिक…

2 years ago

बैंक में दूसरे का पट्टा रखकर उठाया 40 लाख का लोन, चीफ मैनेजर सहित दो को पांच वर्ष की सजा

सीकर. फर्जीवाड़े के लिए लोग कुछ भी कर सकते हैं। सहयोग के नाम पर कर्ज…

2 years ago