Deprecated: The PSR-0 `Requests_...` class names in the Requests library are deprecated. Switch to the PSR-4 `WpOrg\Requests\...` class names at your earliest convenience. in /home/wpexgrjf/aajkalrajasthan.com/wp-includes/class-requests.php on line 24
कोरोना: तीसरी लहर संभावित, तैयारियां अधरझूल ! | Aajkal Rajasthan ga('create', "UA-121947415-2", { 'cookieDomain': 'aajkalrajasthan.com','allowLinker': true } ); ga('linker:autoLink', ['aajkalrajasthan.com/amp']);
Categories: Sikar news

कोरोना: तीसरी लहर संभावित, तैयारियां अधरझूल !

सीकर. कोरोना का नया वेरिएंट ओमीक्रोन आने के बाद केन्द्र के साथ ही प्रदेश सरकार भी अलर्ट मोड पर आ गई है। संभावित तीसरी लहर से प्रदेश में दूसरी लहर जैसे हालात नहीं बने, इसे लेकर तैयारियां शुरू कर दी है। जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट, आईसीयू और वार्ड में व्यवस्थाओं जांचा जा रहा है। कोरोना संक्रमण के दौरान उपकरणों और कोरोना संक्रमण के दौरान काम आने वाली दवाओं और जांच की उपलब्धता के लिए कवायद की जा रही है। नए आईसीयू का तेजी से निर्माण किया जा रहा है। कोरोना वेक्सीन दूसरी डोज से वंचित लोगों के घर-घर जाकर और सूची के आधार सम्पर्क कर दूसरी डोज लगवाई जाएगी। चिकित्सकों के अनुसार जिले में भले ही एक्टिव केस शून्य हो लेकिन अभी भी कोविड खत्म नहीं हुआ है, बल्कि यह रूप बदल कर नए नए वैरिएंट में सामने आ रहा है, ऐसे में वैक्सीनेशन एवं कोविड अनुरूप व्यवहार की पालना ही एकमात्र बचाव का जरिया है।
यहां चिंताजनक स्थिति: नहीं हो रही रेंडम सेम्पलिंग
कोरोना के नए वेरिएंट के फैलने की तेज रफ्तार के बीच जिले में संक्रमण रोकने की धीमी रफ्तार चिंता बढ़ा रही है। रेंडम सेम्पलिंग नहीं होने से संक्रमण के ट्रेंड का पता नहीं चल पा रहा है। जिला अस्पताल में बना नया पीआईसीयू वार्ड अभी तक अस्पताल को हैंडओवर नहीं किया जा सका है। जिससे वार्ड में न तो मरीज भर्ती हुए हैं और न ही नवनिर्मित वार्ड और उपकरणों को स्थिति को जांचा जा सका है। वहीं जिले में कोरोना वेक्सीन की शत प्रतिशत लोगों को डोज नहीं लग पा रही है। ग्रामीण अंचल में आक्सीजन कंसट्रेटर तो भिजवा दिए गए लेकिन चलाने का प्रशिक्षण कागजों में पूरा कर दिया गया। पिछले दो माह में जिस तेजी से बच्चे बीमार हुए हैं अधिकांश स्वास्थ्य केन्द्रों में तो शिशु रोग विशेषज्ञ ही नहीं हैं। तीसरी संभावित लहर में बच्चे सबसे ज्यादा संक्रमित होने की आशंका है।
प्रशिक्षित करने की जरूरत
चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि जिस तरह से अस्पताल में बॉयोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण के लिए ट्रेनिंग करवाई गई है उसी तर्ज पर अस्पताल में डॉक्टर, नर्स, सुरक्षाकर्मी इन सभी लोगों को कोविड की ट्रेनिंग करानी चाहिए, जिससे लहर से निपटने में आसानी होगी और चिकित्सा सेवा से जुड़े हर कर्मचारी का इस्तेमाल हो सकेगा। चिकित्सकों के अनुसार जिले की आबादी को देखते हुए पांच सौ से ज्यादा पीआईसीयू की जरूरत है। जबकि जिले में सरकारी और निजी क्षेत्र में सौ से भी कम आईसीयू बैड है जहां केवल बच्चों को भर्ती किया जा सके।
इनका कहना हैनिर्माण एजेंसी को नए वार्ड को अस्पताल को जल्द ही हैंडओवर करवाने के लिए निर्देश दिए हैं। इसके अलावा अस्पताल में नए आईसीयू का निर्माण तेजी से किया जा रहा है नए आक्सीजन प्लांट को लगातार चलाया जा रहा है।
डा. महेन्द्र कुमार, अधीक्षक, एसके अस्पताल

Share
Published by

Recent Posts

शादी से एक दिन पहले पानी के टैंकर को लेकर हुई चाकूबाजी में दुल्हा गंभीर घायल

श्रीमाधोपुर/सीकर. राजस्थान के सीकर जिला के श्रीमाधोपुर इलाके के नांगल भीम गांव में पानी के…

2 years ago

अब बेरोजगारों को हर महीने भत्ते के मिलेंगे चार हजार

  सीकर.प्रदेश के बेरोजगारों के लिए राहतभरी खबर है। अगले साल से बेरोजगारों को अब…

2 years ago

रिटायर्ड आईएएस सूर्य प्रताप सिंह का यूपी सरकार पर तंज

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Sarkar) एक के बाद एक कई सवालों के घेरे…

2 years ago

रीट आंसर की में बदलाव: बदलेगा मेरिट का गणित, किसी के धकधक, कई दौड़ में शामिल

सीकर. 36 दिन में रीट का परिणाम जारी कर अपनी पीठ थपथपाने वाले राजस्थान माध्यमिक…

2 years ago

बैंक में दूसरे का पट्टा रखकर उठाया 40 लाख का लोन, चीफ मैनेजर सहित दो को पांच वर्ष की सजा

सीकर. फर्जीवाड़े के लिए लोग कुछ भी कर सकते हैं। सहयोग के नाम पर कर्ज…

2 years ago

सडक़ हादसे में पिता-पुत्र की मौत

सीकर. राजस्थान के सीकर जिला के लक्ष्मणगढ़ इलाके में नेशनल हाईवे पर अलखपुरा गोदारान बस…

2 years ago