सीकर. पिछले दस साल में सरकारी कॉलेज की मांग को लेकर विधानसभा में स्थानीय विधायकों ने लगभग 28 बार मांग दोहराई। इस साल भी बजट भाषण के दौरान फतेहपुर व दांतारामगढ़ इलाके के विधायकों ने मुख्यालय पर सरकारी कॉलेज खोलने की मांग रखी। लेकिन फतेहपुर व दांतारामगढ़ अभी भी इस तोहफे से महरूम हैं। सरकार की प्रदेश के सभी उपखंड मुख्यालयों पर सरकारी कॉलेज खोलने की मांग अभी दावों में उलझी है। सरकार ने पहले साल में जिले के लक्ष्मणगढ़ और पाटन क्षेत्र के युवाओं को सरकारी कॉलेज का तोहफा दिया है। लेकिन दांतारामगढ़, धोद, श्रीमाधोपुर व फतेहपुर के युवाओं की मांग अब तक अधूरी है। खास बात यह है कि सरकार ने लक्ष्मणगढ़, पाटन सहित प्रदेश के जिन विधानसभा क्षेत्रों में कॉलेजों की घोषणा की वहां इसी साल से कॉलेज शुरू हो गए। जिले के चार विधानसभा क्षेत्रों में सरकारी कॉलेज नहीं होने से सैकड़ों बेटियों की पढ़ाई का सपना टूट रहा है। इस साल सरकार ने बजट में दो उपखंड में कॉलेज खोलने के साथ-साथ तीन सरकारी महाविद्यालयों में विषय बढ़ाने का तोहफा दिया था। इन क्षेत्रों में पिछले दस वर्षों से सरकारी कॉलेज की मांग गूंज रही है। सरकार का दावा है कि पहले साल में सबसे ज्यादा कॉलेज प्रदेश में खोले गए हैं। आगामी पांच साल में जिले के सभी उपखंड मुख्यालयों पर कॉलेज होंगे। सरकार के दावे-वादों को लेकर रूबरू कराती पत्रिका की रिपोर्ट।विभाग खुलना तो दूर, विवि भी शिफ्ट नहींपंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विवि में पिछले छह साल में एक भी विभाग शुरू नहीं हो सका है। इस कारण यहां के युवाओं को रिसर्च के लिए दूसरे विवि में जाना पड़ रहा है। सरकार ने शेखावाटी विवि को हाईटेक बनाने का दावा किया था, लेकिन अभी तक विवि पूरी तरह कटराथल शिफ्ट भी नहीं हुआ है। कांग्रेस का दावा है कि अगले दो सालों में शेखावाटी विवि प्रदेश में सबसे हाईटेक होगा।इधर, हस्ताक्षर अभियानखंडेला. खंडेला में छात्रों के लिए सरकारी कॉलेज खोलने की मांग को लेकर सोमवार को छात्र संघ ने सह शिक्षा महाविद्यालय में हस्ताक्षर अभियान चलाकर महाविद्यालय की मांग की है। छात्र सुनील कटारिया ने बताया कि खंडेला विधानसभा क्षेत्र होने के बावजूद भी छात्रों के लिए राजकीय महाविद्यालय नहीं है। इससे छात्रों को सीकर जाना पड़ता है वहीं कई छात्र तो पढ़ाई का खर्चा भी वहन नहीं कर पाते हैं, इससे उन्हें पढ़ाई बीच में ही छोडऩी पड़ती है। शिक्षा मंत्री को राजकीय महाविद्यालय खोलने की मांग को लेकर दो बार ज्ञापन दिया जा चुका है। छात्र संघ के द्वारा हस्ताक्षर अभियान चलाकर राज्य सरकार के मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री का महाविद्यालय खोलने की ओर ध्यान आकर्षित कराया जाएगा तथा हस्ताक्षर अभियान द्वारा मुख्यमंत्री के पलसाना आगमन पर ज्ञापन दिया जायेगा। इस दौरान विकास सैनी, विक्रम वर्मा, अशोक सैनी, राजन, विकास, रमेश चंद्र, शिवम शर्मा, अमित, देशराज सहित सैकड़ों छात्र उपस्थित रहे।
क्यों सरकारें इस मुद्दे पर कान रखती बंद…क्या है मामला जो 10 साल में 28 बार विधानसभा में गूंजा फिर भी नहीं सुना गया
- Advertisement -