सीकर. कई गांवों में जहां कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच लापरवाही तस्वीरें सामने आ रही है वहीं, कुछ गांवों में ग्रामीण व जनप्रतिनिधि नजीर भी पेश कर रहे हैं। सीकर जिले के गांव झीगर छोटी में सरपंच ने लगातार केस बढऩे पर अपने स्तर पर ही गांव पंचायत में सम्पूर्ण लॉकडाउन लगा दिया। जिसके लिए बकायदा गांव में पूरी मुनादी भी कराई गई। इसके बाद से गांव में सरकारी छूट के बावजूद भी राशन की दुकानें तक नहीं खुल रही। गांव के युवाओं की ओर से रोजाना गांव को सेनेटाइज भी कराया जा रहा है। गांव में मास्क व सोशल डिस्टेंस की भी कड़ाई से पालना कराई जा रही है। इसी तरह धोद इलाके के किरडोली गांव में भी ग्रामीणों की ओर से सम्पूर्ण लॉकडाउन की पहल की गई थी। झीगर छोटी की सरपंच का कहना है कि लॉकडाउन की ग्रामीण बहुत अच्छे से पालना कर रहे हैं। गांव में अनुशासन बनाने से लेकर सेनेटाइजेशन व दवा वितरण के लिए अलग-अलग टीम बनाई हुई है।
लोगों को मौत के मुंह में नहीं जाने दूंगी: सरपंचग्रामीण क्षेत्रों में कई लोगों की मौत और घर-घर में बीमार होने की सूचनाएं सभी जगह से आने लगी। ऐसे में जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है। इसलिए ग्रामीणों को जागरूक किया गया। अब लोगों को मौत के मुंह में जाने से बचाने के लिए सम्पूर्ण लॉकडाउन जैसा कदम उठाया है।सरोज देवी, सरपंच, झीगर छोटी
किरडोली में हो एक सप्ताह का हो चुका है लॉकडाउनकिरडोली गांव में भी संक्रमण बढऩे पर चार से नौ मई तक का सम्पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया था। इसके बाद संक्रमण की स्थिति में काफी सुधार हुआ। यहां के युवाओं ने भी ग्रामीणों की मदद के लिए मेडिकल हेल्पलाइन शुरू की। इसके जरिए ऑक्सीजन व दवाएं बांटी गई। युवाओं ने ग्रामीणों की मदद से तीन लाख रुपए का फंड भी एकत्रित कर आमजन तक राहत पहुंचाई।
कोरोना के केस बढ़े तो सरपंच ने मुनादी कर अपने स्तर पर लगाया सम्पूर्ण लॉकडाउन
- Advertisement -
- Advertisement -
- Advertisement -