सीकर.कोरोना की तीसरी लहर की आंशका के बीच सीकरवासियों के लिए थोड़ी राहतभरी खबर है। चिकित्सा विभाग की ओर से रविवार तक के आंकड़ों के अनुसार सीकर जिले के 81.14 फीसदी लोगों के पहला टीका लग चुका है। जबकि 30.47 फीसदी लोगों के वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है। इन आंकड़ों के दम पर सीकर वैक्सीनेशन मेंं पहले पायदान पर पहुंच गया है। खास बात यह है कि युवाओं के वैक्सीनेशन के मामलों सीकर जिले ने प्रदेश के कई जिलों को पीछे छोड़ दिया है। सीकर जिले ने चार बार एक लाख से ज्यादा लोगों के डोज लगाकर रेकार्ड बनाया है। अब जिला प्रशासन व चिकित्सा विभाग ने इस महीने तक पहली डोज लगाने के मामले में 90 फीसदी रेकार्ड हासिल करने का लक्ष्य बनाया है। जिला प्रशासन ने तीसरी लहर के अलर्ट के बीच ऑक्सीजन प्लांटों को शुरू कराने के साथ नए आईसीयू को धरातल पर लाने की तैयारी भी तेज कर दी है।
सीकर में पहली डोज लगी: 81.14 फीसदीदूसरी डोज लगी: 30.47 फीसदी18 से 44 के पहला डोज: 96264118 से 44 के दूसरा डोज: 17227245 से 59 के पहला डोज: 36555145 से 59 के दूसरा डोज: 26850860 प्लस के पहला डोज: 26717460 प्लस के दूसर डोज: 139762
इसलिए सीकर वैक्सीनेशन में आगे:
1. आमजन की जागरूकता: वैक्सीनेशन का आंकड़ा बढऩे के पीछे बड़ी वजह आमजन की जागरुकता है। साक्षरता दर अधिक होने की वजह से यहां के लोग खुद वैक्सीनेशन के लिए आगे आ रहे हैं। दूसरी लहर के बाद ग्रामीणों की ओर से खुद शिविर आयोजित कराने की पहल की जाने लगी। जनप्रतिनिधियों की ओर से सरकार से सीकर को ज्यादा डोज दिलवाने के लिए मजबूत पैरबी की गई।
2. ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन शिविर:प्रशासन व चिकित्सा विभाग की ओर से ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन शिविरों पर भी फोकस किया गया। इससे जो लोग पंजीयन नहीं कर पा रहे थे उन्होंने इन शिविरों का पूरा फायदा उठाया। इस वजह से पिछले एक महीने में वैक्सीनेशन का आंकड़ा काफी तेजी से बढ़ा।
3. चुनौती आई, लेकिन आत्मविश्वास नहीं खोया:सुबह सात बजे होने वाले वैक्सीनेशन शिविर के लिए ग्रामीणों का हुजुम सुबह चार बजे ही पहुंच जाता। वैक्सीन की कम डोज और उपर से दूसरे गांव-ढाणियों से आने वालों का विरोध भी। कई बार पुलिस भी बुलानी पड़ी। इन कारणों की वजह से कई जिलों में साइट कम कर दी। लेकिन सीकर में चुनौती को स्वीकार करते हुए नए वैक्सीनेशन सेंटर तेजी से बनाए। इसका फायदा अब लगातार मिल रहा है।
ऐसे समझें हमारे जज्बे को: अगस्त में किसने कितने प्रतिशत किया टीकाकरणसीकर 28.9झालावाड़ 19.6कोटा 29.9अजमेर 28.4झुंझुनूं 27.4प्रतापगढ़ 20.2जयपुर द्वितीय 27.3हनुमानगढ़ 23.7चित्तौडगढ़ 21.8नागौर 26.4चूरू 20.1टोंक 21.2बूंदी 24.1जोधपुर 24.5पाली 21.03जयपुर 25.4श्रीगंगानगर 22.7जालौर 14.8भरतपुर 15.7करौली 16.7
सीकर ने चार बार बनाया रेकार्ड: कलक्टरसीकर की जनता वैक्सीनेशन के मामले में काफी सजग है। इसकी बदौलत सीकर जिला जून महीने से लेकर अब तक चार बार एक-एक लाख् के लक्ष्य को भी हासिल कर चुका है। कोरोना को हराने के लिए वैक्सीन लगाने के लिए लोगों को और प्रेरित करें ताकि तीसरी लहर को हराया जा सके।अविचल चतुर्वेदी, जिला कलक्टर, सीकर
81 फीसदी के लगी पहली डोज: एडीएमसीकर जिले के 81 फीसदी लोगों के पहली डोज लग चुकी है। सीकर जिले ने 28 से अधिक जिलों को इस मामले में पीछे छोड़ दिया है। चिकित्सा विभाग, शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग एवं सामाजिक संगठनों ने काफी अहम रोल निभाया। इसकी बदौलत सीकर वैक्सीनेशन में सिरमौर बना है।धारा सिंह मीणा, अपर जिला कलक्टर, सीकर
प्रदेश में सबसे आगे सीकर: चिकित्सा विभागकोरोना को हराने के लिए सीकर जिले में लगातार तेजी से वैक्सीनेशन जारी है। पहला डोज लगाने के मामले में सीकर जिला पूरे प्रदेश में प्रथम है। दूसरा डोज लगाने के मामले में सीकर जिला दूसरे पायदान पर पहुंच गया है। आमजन, चिकित्सा विभाग व प्रशासनिक प्रबंधन के दम पर यह लक्ष्य हासिल हो सका है।डॉ. निर्मल सिंह, आरसीएचओ, सीकर
तीसरी लहर को हराने की तरफ आगे बढ़ रहे हम, 81 फीसदी के पहला डोज लगाकर प्रदेश में सबसे आगे सीकर
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