सीकर/पाटन/मावण्डा. राजस्थान के सीकर जिले के नीमकाथाना कस्बे के मावण्डा के नजदीकी गांव लाका की नांगल में गुरुवार को एक मूक युवक तालाब में डूब गया। 22 वर्षीय सत्यवीर मीणा बकरी चराते समय तालाब में नहाने गया था। इसी दौरान वह दलदल में फंसकर पानी में समा गया। मूक होने की वजह से वह मदद के लिए भी नहीं पुकार सका। अन्य चरवाहों ने जब उसे डूबते देखा तो जोर से शोर मचाना शुरू कर दिया। जिसे सुन नजदीकी ग्रामीण मौके पर पहुंचे और उसे ढूंढने की कवायद शुरू हुई। लेकिन, करीब चार घंटे बाद भी उसे बाहर नहीं निकाला जा सका है। सूचना पर उपखण्ड अधिकारी बृजेश गुप्ता व तहसीलदार सत्यवीर यादव सहित पुलिस जाब्ता मौके पर मौजूद है। युवक की तलाश के लिए गणेश्वर से गोताखोरों को बुलाया गया है।
नानी के पास रहता था सत्यवीर, कपड़े उतारकर पानी में उतराजानकारी के अनुसार सत्यवीर मूल रूप से अलवर जिले के ताजियावास गांव का रहने वाला है। जो मूक है और बचपन से ही अपने ननिहाल लाका की नांगल में रह रहा था। यहां वह बकरी चराने का काम करता था। गुरुवार दोपहर करीब साढ़े ग्यारह बजे वह बकरी चराता हुआ तालाब के पास पहुंचा। जहां कपड़े बाहर उतारकर वह नहाने के लिए पानी में उतर गया। लेकिन, वापस नहीं लौटा।
कीचड़ की वजह से ग्रामीणाके प्रयास विफलसत्यवीर के तालाब में डूबने की सूचना पर काफी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। जिन्होंने अपने स्तर पर सत्यवीर को पानी में तलाशने की कोशिश की। लेकिन, तालाब में कीचड़ ज्यादा होने से सर्च अभियान में परेशानी आ रही है। सूचना पर पहुंचे प्रशासन ने गणेश्वर से गोताखोरों के अलावा सिविल डिफेंस की टीम को मौके पर बुलाया है।
मूक होने की वजह से नहीं मांग सका मददसत्यवीर का मूक होना भी उसे मौत के मुंह तक ले गया। मूक होने की वजह से तालाब में डूबते समय भी वह किसी को आवाज नहीं लगा पाया। जब अन्य चरवाहों ने तालाब में हलचल देखी तभी उसकी जानकारी ग्रामीणों को लगी।
- Advertisement -
- Advertisement -
- Advertisement -