सीकर. राजस्थान के सीकर जिले में आज दोपहर में मौसम फिर अचानक बदल गया। अंचल के नीमकाथाना के टोडा, दरीबा व दीपपुरा सहित कई इलाकों में दोपहर में अचानक तेज बरसात हुई। जिसके साथ इने- गिने चने के आकार के ओले भी गिरे। करीब आधे घंटे तक हुई बरसात से मौसम में ठंडक लौट आई। बरसात से किसानों के भी चेहरे खिल उठे हैं।
निचले इलाकों में भरा पानीझमाझम हुई बरसात से इन गांवों के निचले इलाकों में पानी भर गया। जिससे स्थानीय लोगों के साथ राहगिरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बरसात इतनी तेज थी कि कई घरों में भी पानी पहुंच गया।
किसानों के खिले चेहरेबरसात से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। किसानों का कहना है कि बरसात से गेहूं व चने की फसलों को फायदा होगा। वहीं, सरसों की पछेती फसलों के लिए भी बरसात अमृत का काम करेगी। हालांकि सरसों की अगेती फसलों को थोड़ा नुकसान पहुंच सकता है।
सुबह से छाए बादलइससे पहले शेखावाटी अंचल में मौसम में बदलाव सुबह से शुरू हो गया था। अंचल के कई इलाकों में सुबह से बार बार बादल छा रहे थे। जिसके बीच सूरज की लुका छिपी चल रही थी। इसी दौरान सीकर के नीमकाथाना के कई इलाकों में दोपहर करीब पौने चार बजे बूंदाबांदी शुरू हो गई। जो जल्द ही तेज बरसात में तब्दील हो गई। बरसात के साथ बहुत थोड़ी मात्र में चने के आकार के ओले भी गिरे।
पश्चिम विक्षोभ का असरमौसम में आए इस बदलाव का कारण पश्चिम विक्षोभ बताया जा रहा है। स्काईमेट वेदर रिपोर्ट के अनुसार जम्मू कश्मीर के ऊपर एक पश्चिम विक्षोभ बना हुआ है। इसके प्रभाव से पाकिस्तान पर विकसित हुआ चक्रवाती सिस्टम उत्तर-पश्चिमी राजस्थान और इससे सटे हरियाणा पर पहुंच गया है। इन दोनों मौसमी सिस्टमों के कारण पहाड़ों पर पहले से ही बारिश और बर्फबारी हो रही है। वहीं, अब मैदानी राज्यों में मौसम में हलचल शुरू हो गई है। रिपोर्ट के अनुसार इस बारिश से मौसम में बहुत व्यापक बदलाव की संभावना या आशंका फिलहाल नहीं है लेकिन सूखे के स्पेल में निश्चित रूप से ब्रेक लगेगी। मौसम में हलचल रात में भी बनी रह सकती है और रुक-रुक कर बादलों की गर्जना के साथ वर्षा हो सकती है।
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