सीकर. पेट्रोल- डीजल व रसोई गैस की कीमतों सहित बढ़ी महंगाई के विरोध में माकपा ने शुक्रवार को सीकर शहर में रैली निकालकर केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जाट बाजार से जिला कलेक्ट्रेट तक आक्रोश रैली निकाली। जिसमें कार्यकर्ता गैस सिलेंडर, चूल्हे वह स्कूटी को हाथ ठेले पर रखकर नारेबाजी करते हुए शामिल हुए। कलेक्ट्रेट पहुंचकर कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री के नाम कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन में सीकर तहसील कमेटी अध्यक्ष अब्दलु कय्यूम कुरैशी, धोद तहसील सचिव राम रतन बगडिय़ा, पूर्व प्रधान उस्मान खान सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
ये रखी मांगमाकपा ने राज्य सरकार से पेट्रोल व डीजल पर राज्य सरकार का बढ़ाया टैक्स वापस लेने, किसान आंदोलनकारियों के केस वापस लेने, कोरेाना काल के 6 महीने के बिजली के बिल माफ करने , किसानों को बिजली बिल में सब्सिडी देने, वीसीआर के नाम पर लूट बंद करने, कोरोना मृतकों के मृत्यु प्रमाण पत्र पर कोरोना मरीज होने का उल्लेख करने व कोरोना से मुखिया की मौत पर परिवार को उचित मुआवजा देने, कोरोना में माता या पिता खोने वाले बच्चों को सम्पूर्ण आर्थिक पैकेज देने की मांग रखी। वहीं, केंद्र सरकार से भी महंगाई कम करने व कृषि कानून वापस लेने सरीखी मांग रखी। मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन उग्र करने की चेतावनी भी दी गई।
पीएम- सीएम के खिलाफ लगाए नारेप्रदर्शन के दौरान हाथ में झंडे लिए माकपा कार्यकर्ताओं ने केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ जमकर आक्रोश जताया। जाट बाजार से कलेक्ट्रेट तक कार्यकर्ताओं ने लगातार पीएम मोदी व सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ नारे लगाए। दोनों सरकारों को जन व किसान विरोधी बताया।
जन जागृति अभियान जारीगौरतलब है कि बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी के विरोध में माकपा का जन जागृति अभियान प्रदेशभर में जारी है। जिसके तहत माकपा कार्यकर्ता जिला मुख्यालय से लेकर गांव-ढाणी तक जनसंपर्क कर बढ़ती महंगाई व कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को मजबूत करने में जुटे हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को जिले में माकपा द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया।
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