सीकर. केंद्र सरकार के कृषि व श्रम कानूनों तथा पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस व बिजली के दामों सहित बढ़ती महंगाई के खिलाफ माकपा ने गुरुवार को आम सभा आयोजित की। कृषि उपज मंडी में आयोजित सभा में जिलेभर के कार्यकर्ता पहुंचे। जिन्होंने नारेबाजी करते हुए केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया। सभा को पूर्व विधायक अमराराम व पेमाराम के अलावा जिला सचिव किशन पारीक सहित कई वक्ताओं ने संबोधित किया। जिन्होंने केंद्र व राज्य सरकारों को जन विरोधी बताते हुए वोट की चोट से सबक सिखाने का आह्वान किया।
एमएसपी रहेगी तो गारंटी क्यों नहीं?सभा में अमराराम ने कृषि कानूनों को काला कानून बताते हुए उन्हें हर हाल में वापस किए जाने की मांग दोहराई। उन्होंने सवाल किया कि जब पीएम मोदी जब बार बार एमएसपी व्यवस्था लागू रखने की कह रहे हैं तो उसकी गारंटी क्यों नहीं दे रहे? कहा, कि एमएसपी की गारंटी नहीं होने पर 2100 रुपये के भाव की फसल किसानों को आधी कीमत में बेचने को मजबूर होना पड़ रहा है। इससे मक्का व बाजरे की फसल में ही 10 हजार करोड़ का नुकसान अकेले राजस्थान में होने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस व भाजपा दोनों जनता के हितों की जगह कुर्सी के लिए लड़ रही है। उत्तर प्रदेश व उतराखंड चुनाव पर कहा कि दोनों जगह माकपा भाजपा को हराने का काम करेगी। वक्ताओं ने पेट्रोल- डीजल व बिजली की दरों में वृद्धि सरीखे मुद्दों को लेकर राज्य सरकार को भी निशाने पर रखा।
27 को भारत बंद का आह्वानवक्ताओं ने मंच से संयुक्त किसान मोर्चा के 27 सितंबर के भारत बंद को भी सफल बनाने की अपील की। वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की मांग मानने को तैयार नहीं है। जिसे सबक सिखाने के लिए सबको एकजुट होकर भारत बंद को सफल बनाना है।
सुबह से शुरू हुआ रैलामाकपा की आमसभा में जिलेभर से हजारों लोग शामिल हुए। जो सुबह से ही कृषि उपज मंडी में आना शुरू हो गए। इस दौरान पैदल तो कोई बस व निजी वाहनों से नारे लगाते हुए सभा स्थल पहुंचे। काफी संख्या में महिलाएं भी आमसभा में शामिल हुई।
VIDEO: जनता के हितों की बजाय कुर्सी के लिए लड़ रही भाजपा- कांग्रेस: अमराराम
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