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ऐसा तो फिल्मों मेें होता है…फर्जी ड्रग इंस्पेक्टर ने मेडिकल स्टोर पर चढ़ कर डाला ऐसा कारनामा

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This happens in films … fake drug inspector climbed medical store-जयपुर की स्पेशल टीम बता कर ठगी-फर्जी औषधि नियंत्रक बन दी कार्रवाई की धमकी सीकर. फिल्मी सीन से कम नहीं था सीकर (sikar)के जालूंड गांव की यह घटना। भारत सरकार लिखी सफेद बोलोरो से एक के बाद एक अधिकारी समेत पूरी टीम मेडिकल स्टोर पर उतरती है और ड्रग इंस्पेक्टर बता पूछताछ करती है। यह पूरी टीम मेडिकल स्टोर पर नियम विरूद्ध तरीके से दवा बेचने की बात से स्टोर के मालिक को धमकाती है और हजारों रुपए ऐठ भी लेती है।
मैं ड्रग इंस्पेक्टर…दरअसल यह आजकल देखने में आया है कि जिले में मेडिकल स्टोर संचालकों पर फर्जी औषधि नियंत्रक (fake drug inspecter) बनकर लोगों को कार्रवाई की धमकी देकर रुपए ऐंठे जा रहे हैं। ऐसी कई वारदात की शिकायत भी हुई हैं तो कई दुकानदारों ने बताने से परहेज करना ही उचित समझा।
जयपुर से आए हैं हम…शुक्रवार को दांतारामगढ इलाके के जालूंड निवासी मेडिकल स्टोर पर काम करने वाले एक व्यक्ति से रुपए ठगने का मामला सामने आया है। पीडित राकेश कुमार ने बताया कि शाम करीब चार बजे सफेद रंग की बोलेरो में सवार चार लोग उसकी दुकान पर पहुंचे और जयपुर मुख्यालय में नियम विरूद्ध तरीके से दवा बेचने की शिकायत पर जांच करने की बात कही।
डराकर मोबाइल तक स्विच ऑफ करवाया पीडि़त ने फोन पर दुकान पर आने वाले चिकित्सक से बात करवानी चाहिए तो डराकर उसके मोबाइल को बंद करवा दिया गया। बाद में जांच के नाम पर कार्रवाई की चेतावनी देते हुए पचास हजार रुपए में मामला रफा-दफा करने की बात कही। पीडि़त के साथ काफी बहस होने के बाद फर्जी ्रऔषधि नियंत्रक बने लोगो ने 20 हजार रुपए में सौदा तय किया। पीडित ने बताया कि उसने किसी परिचित के पास से लेकर इन लोगों को 20 हजार दिए तो इसके बाद वह मौके से चले गए।
एकजुट हुए फार्मासिस्टराकेश ने बताया कि घटना स्थल सीसीटीवी तो लगे हुए थे लेकिन घटना के समय लाइट नहीं होने के कारण पूरा घटनाक्रम कैमरे में कैद नहीं हो सका। गौरतलब है कि पिछले दिनो नीमकाथाना इलाके में फार्मासिस्ट की ओर पुलिस में लिखित शिकायत देने के बावजूद इस गिरोह पर किसी प्रकार की कार्रवाई नही होने से इन लोगों का हौंसला बढ़ता जा रहा है।
हां सही है कई शिकायत आई हैं…फर्जी औषधि नियंत्रक अधिकारी बनकर जांच के नाम पर रुपए ठगने की शिकायत आ रही है। सभी घटनाओं में सफेद रंग बोलेरो जिसके अलग-अलग नम्बर है और बोलेरो पर भारत सरकार लिखा हुआ है। मेडिकल एसोसिएशन ने सभी मेडिकल स्टोर संचालकों को जिले में नियुक्त औषधि नियंत्रक अधिकारियों के मोबाइल नम्बर दिए हैं। जिससे इस प्रकार की घटना पर फौरन कार्रवाई हो सके। मामले को लेकर एसोसिएशन की ओर से पुलिस को शिकायत दी जाएगी।संजीव नेहरा, अध्यक्ष, सीकर जिला केमिस्ट एसोसिएशन

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