– सीकर. नीट परीक्षा में फजी बैठाने वाले गिरोह ने इंडियन कांउसिंल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च (आईसीएआर) परीक्षा में भी फर्जीवाड़ा किया था। सीकर पुलिस की गिरफ्त में आए गिरोह से जुड़े लोगों ने इस परीक्षा में भी पैसा लेकर फर्जी विद्यार्थी बैठाए थे। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में इस तथ्य का खुलाशा होने के बाद पुलिस परीक्षा में बैठने वाले फर्जी विद्यार्थियों की तलाश के साथ इन्हें पैसा देने वालों की तलाश में जुट गई है। थानाधिकारी पवन चौबे ने बताया कि रिमांड पूरा होने पर गिरफ्तार आरोपी जयपुर जिले के अमरसर थाना इलाके के अणतपुरा गांव का निवासी दिनेश बाजिया, जालोर जिले के बागोड़ा थाना इलाके के भालनी गांव का निवासी रमेश कुमार विश्नोई, नरेश कुमार विश्नोई, अशोक कुमार विश्नोई, जयपुर के कालवाड़ इलाके के जारपुरा गांव का निवासी वीरेन्द्र चौधरी, बाड़मेर के नागाणा इलाके के डूंडा का निवासी ओमप्रकाश जाट, जालोर के छाव इलाके के देवड़ा का निवासी हरीश विश्नोई, कोटपूतली के सांगटेडा का निवासी अनूप चौधरी, गोविंदगढ़ निवासी राजेन्द्र शर्मा, सीकर के दांतारामगढ़ थाना इलाके के पचार का निवासी वेंकटेश प्रसाद जाट और झुंझुनूं जिले के जालिमपुरा गांव का निवासी दिनेश जाट को गुरुवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से सभी को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया। पूछताछ में आरोपियों ने आईसीएआर परीक्षा में कई स्थानों पर फर्जी बैठाने की बात स्वीकार की है।
सीकर, झुंझुनूं, झारखंड, करौली और जयपुर के विद्यार्थियों की थी डील
पुलिस को आरोपियों के पास दस छात्रों के नाम मिले हैं। पुलिस ने इनकी पहचान की तो यह छात्र सीकर, झुंझुनूं, जयपुर, करौली और झारखंड के मिले हैं। इसके अलावा आरोपियों के पास मिले तीन चैक बाड़मेर जिले से किसी ने दिए थे। हालांकि अब तक की पूछताछ में परीक्षा के लिए नकद पैसा देने की बात सामने नहीं आई है। पैसा परीक्षा होने के बाद देना तय हुआ था, लेकिन आरोपी परीक्षा से एक दिन पहले ही पुलिस की पकड़ में आ गए।
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