सीकर. राजस्थान के सीकर जिले में कोर्ट में नियुक्त एक कर्मचारी की आत्महत्या पुलिस के लिए गुत्थी बन गई है। फंदे पर झूलकर आत्महत्या करने वाले कर्मचारी के पास से दो सुसाइड नोट मिले हैं। जिनमें मौत की दो अलग अलग वजह लिखी गई है। शहर कोतवाल कन्हैयालाल ने बताया कि शहर के देव गैस गोदाम के पीछे का निवासी मनोज कुमार गर्वा (33) ग्रामीण न्यायालय में चतुर्थश्रेणी कर्मचारी के पद पर कार्यरत्त था। गुरुवार को सुबह उसने अपने ही घर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर जांच शुरू कर दी है।
एक डायरी, दूसरे तकिये के नीचे से मिला सुसाइड नोटथानाधिकारी ने बताया कि पुलिस को मौके पर दो सुसाइड नोट मिले हैं। जिनमें एक सुसाइड नोट उसकी डायरी में तथा दूसरा उसके तकिये के नीचे मिला है। डायरी में मिले सुसाइड नोट में उसने कोर्ट में नाजिर नरेश खंडेलवाल, अरविंद सिंह चौधरी पीए, सुरेन्द्र सिंह ढाका वरिष्ठ लिपिक, बिहारीलाल जाट, मुनीराम व रणजीत बिजारणियां पर मारपीट व प्रताडि़त करने का आरोप लगाया की बात लिखी है। जबकि तकिये के नीचे मिले नोट में लिखा कि उसके सिर का ऑपरेशन किया गया था। इसके अलावा वह बैंक के कर्ज से भी परेशान था। ऐसे में वह अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रहा है। दो सुसाइड नोट से पुलिस भी आत्महत्या का सही कारण पता नहीं कर पा रही है। फिलहाल पुलिस ने आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मुकदमा दर्ज का जांच शुरू कर दी है। मामले की जांच पुलिस उप अधीक्षक ग्रामीण राजेश आर्य को सौंपी गई है।
सोना तस्करी का मामला: आरोपी को जमानत, सहयोगियों को नहीं
सीकर.राजधानी की अधीनस्थ अदालत ने 75 लाख रुपए के सोने की तस्करी के मामले में आरोपी श्रीचंद की जमानत मंजूर कर ली, वहीं एयरलाइंस कंपनी से जुड़ी ठेका फर्म के तीन कर्मचारी शिवराम मीणा, कौशल वर्मा व ज्ञानचंद मीणा की जमानत नामंजूर कर दी। चारों आरोपियों को गुरुवार को आर्थिक अपराध न्यायालय में पेश किया। जयपुर एयरपोर्ट पर 16 नवंबर को सोना तस्करी के मामले में चार जनों को गिरतार किया। इनमें से तीन पर सहयोग करने का आरोप है। कस्टम विभाग ने प्लेन की सीट के नीचे से डेढ़ किलो सोना जब्त किया, जिसकी कीमत करीब 75 लाख रुपए थी।
कोर्ट कर्मचारी के दो सुसाइड नोट ने उलझाई आत्महत्या की गुत्थी, दोनों में लिखी ये बात
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