सीकर/खाटूश्यामजी. कोरोना नेगेटिव जांच रिपोर्ट दिखाकर दर्शन कर पाने की गाइडलाइन के फेर में फाल्गुनी मेले की रंगत पूरी तरह से फिकी नजर आ रही है। मेले के दूसरे दिन गुरूवार को पांच हजार के करीब श्रद्धालुओं ने श्याम दरबार में धोक लगाई। हालात यह थे कि बिना कोरोना जांच रिपोर्ट के पहुंचे अधिकतर श्रद्धालुओं को रींगस और खाटू में मुख्य प्रवेश द्वार पर बने चेक पॉइंट से टीम द्वारा लौटाए जा रहे थे। भक्तों ने पुलिस से कहा कि हम 17 किमी पैदल चलकर खाटूधाम आ रहे है। निराश भक्त पुलिस प्रशासन और टीम के सामने हाथ जोडकऱ दर्शन के लिए मिन्नते करते नजर आए। कई भक्त ऐसे भी थे जिन्होंने दूसरे रास्तों से बिना जांच कराए मंदिर तक पहुंचने में सफल हो गए। माहौल ऐसा था कि भक्तों से ज्यादा प्रशासन व पुलिस की भीड़ नजर आई। बाजार से लेकर धर्मशाला, होटल, गेस्ट हाउस, भोजनालय सहित खाटू की गलियों में सन्नाटा पसरा पड़ा था। अधिकतर भक्तों का कहना था कि एक ही देश में दो विधान कैसे हो सकते है। जहां कुंभ मेले में वहां कि सरकार ने कोरोना टेस्ट रिपोर्ट की रोक हटा दी है। जबकि खाटूश्यामजी के सबसे बड़े फाल्गुनी मेले पर कोविड जांच रिपोर्ट का नियम लगाकर भक्तों की आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहे है। गौरतलब है कि गत फाल्गुन मेले के दूसरे दिन लाख से भी अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा श्याम के दरबार में धोक लगाई थी। वहीं बाबा श्याम का दरबार और खाटूधाम की पूरी गलियां भक्तों से अटी थी।——————व्यापारी बोले कोरोना ने फिर से मारामेले में कोविड नियमों में भक्तों की कमी के चलते बाजार में व्यापारियों में खासी मायूसी छाई रही। गोविंद मुकुट पोशाक की दुकान के प्रोपराइटर संजू मथुरावाला, सवामणी मिष्ठान भंडार के लाला हरनाथका, लक्ष्मी मिष्ठान भंडार के नरेश रामूका, अग्रवाल मिष्ठान भंडार के ओमप्रकाश हरनाथका, अग्रवाल स्टोर के चंद्रभान अग्रवाल, लाडो बैंगल्स के बबलू सिहोल ने बताया कि गत फाल्गुनी मेले के बाद कोरोना संक्रमणकाल के बाद मंदिर के कपाट बंद हो गए। करीब आठ महिने बाद मंदिर खुला तो सोचा इसबार मेले में पिछले नुकसान की पूर्ति हो जाएगी। मगर मेले में सरकार व प्रशासन की गाइडलाइन के चलते श्रद्धालुओं की आवक कम होने से व्यापार पर भी खासा असर पड़ा है। व्यापारियों ने मीडिया के माध्यम से राजस्थान सरकार से गाइडलाइन को समाप्त करने की मांग की है।——————–पिंक-पिंक नजर आए श्याम सरकारबाबा श्याम के फाल्गुनी मेले के दूसरे दिन बाबा श्याम पिंक श्रंगार में नजर आए। दिल्ली से चेतक एक्सप्रेक्स से आए कमल, लाल गुलाब, मोगरा, गेंदा के फूलों सहित गोटे जड़ी गुलाबी पोशाक में भक्तों को दर्शन दे रहे थे। भक्तों ने इस दर्शन कर मनौतियां मांगी।———————-किन्नर समाज ने लगाई धोकफाल्गुनी मेले के दूसरे दिन गुरूवार को किन्नर समाज ने बाबा श्याम के दरबार में धोक लगाकर प्रदेश व देश में खुशहाली की कामना की। किशनगढ रेनवाल की काजू गुरू महाराज के नेतृत्व में पहुंची दिव्या ने बताया कि हम परिवार के साथ श्याम के दर पहुंचे खाटू नरेश के दर्शन कर मन को बड़ा सुकून मिला। श्याम से हमने प्रार्थना की है कि देश पर फिर से छाए कोरोना के संकट को दूर कर उन्होंने बताया कि फाल्गुन का त्यौहार राजस्थान की परंपरा है जिसे हम सब मिलकर धूमधाम से मनाते है। उनके साथ में मेड़ता से राजकुमारी सहित आधा दर्जन किन्नर शामिल थी।
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