सीकर/नीमकाथाना. राजस्थान के सीकर जिले के पाटन इलाके में मानवता के माथे पर फिर कलंक लग गया। यहां एक नवजात कन्या को सरकारी अस्पताल के सामने नाली में छोड़ दिया गया। जो लहूलुहान हालत में एक मरीज के परिजन को बिलखती हुए दिखी। सूचना पर पहुंचे स्टाफ ने मासूम को तुरंत अंदर ले जाकर उपचार शुरू किया। जिसे प्राथमिक उपचार के बाद नीमकाथाना और फिर सीकर के राजकीय जनाना अस्पताल रेफर कर दिया गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पाटन थानाधिकारी बृजेश सिंह तंवर ने बताया कि पाटन के मूलचंद दीवान राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बाहर नाली में नवजात कन्या मिलने की सूचना मिली थी। इस पर पुलिस की टीम ने मौका मुआयना कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
दो घंटे पहले हुआ जन्म, स्वस्थ है मासूमअस्पताल प्रभारी डा. अमित यादव ने बताया कि मासूम को तुरंत लैबर रूम ले जाया गया। जहां उसका उपचार शुरू किया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे नीमकाथाना के राजकीय अस्पताल भेजा गया। जहां से 108 एंबुलेंस से नर्सिंग स्टाफ के साथ सीकर के जनाना अस्पताल में भेज दिया गया। जहां उसका उपचार शुरू हुआ। उन्होंने बताया कि नवजात का जन्म करीब दो घंटे पहले ही हुआ था। आहार नाल बांधी नहीं होने से उसका खून बहुत ज्यादा बह चुका था। लेकिन समय रहते उपचार मिलने से उसकी जान बच गई। फिलहाल नवजात स्वस्थ है।
स्वास्थ्य विभाग व पुलिस ने शुरू की जांच घटना को लेकर स्वास्थ्य विभाग व पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पाटन थानाधिकारी बृजेश सिंह तंवर ने बताया कि अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई है। वहीं, स्वास्थ्य विभाग भी जिन महिलाओं के प्रसव होना था उनका सर्वे कर आरोपी का पता लगाने की कोशिश करेगा।
मौके पर जमा हुई भीड़सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बाहर नवजात सुबह करीब साढ़े दस बजे मिली। जिसकी सूचना पर मौके पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। नवजात के स्वास्थ्य लाभ की कामना के साथ लोगों ने मासूम के साथ बेरहमी करने वाले आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग भी रखी।
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