सीकर. शहर की कच्ची बस्ती के जरुरतमंद लोगों के भोजन व अन्य सुविधाओं को लेकर राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित खबर के बाद से जिला प्रशासन काफी सक्रीय है। मंगलवार को भी प्रशासन ने हाउसिंग बोर्ड तथा रामदेव कच्ची बस्ती में विभिन्न विभागों का संयुक्त सहायता शिविर आयोजित किया। जिसमें बस्ती वासियों की कोरेाना सहित अन्य बीमारियों की जांच व उपचार के साथ विभिन्न सरकारी योजनाओं के पात्र लोगों का चयन किया गया। शिविर में चिकित्सा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, नगर परिषद, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, जिला रसद विभाग सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
2 कुपोषित बच्चों को कराया भर्ती, 105 को लाभसीएमएचओ ने बताया कि शिविर में विमंदित, कुपोषित, अति कुपोषित व गंभीर रोग से पीडि़त बच्चों का सर्वे किया गया। इस दौरान कुपोषित पाए जाने पर दो बच्चों को एमटीसी सेंटर में भर्ती करवाया गया। 23 रोगियों की विशेषज्ञ चिकित्सकों से जांच करवाई गई। उन्होंने बताया कि शिविर में मनोरोग, ईएनटी, बाल रोग, फिजियोथैरेपिस्ट, अस्थि रोग विशेषज्ञ, टीबी क्लीनिक टीम व एनसीडी टीम ने कुल 105 लोगों की जांच की।
सरकारी योजनाओं का मिलेगा लाभशिविर में कच्ची बस्ती के लोगों का विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभ के लिए भी चयन किया गया। इसके आवश्यक दस्तावेज तैयार करने की प्रक्रिया भी शुरू की गई।
पत्रिका ने उठाया था मुद्दागौरतलब है कि लॉकडाउन काल में राजस्थान पत्रिका ने कच्ची बस्ती के लोगों को खाना नहीं मिलने पर खेजड़ी के खोखे खाकर गुजर बसर करने सरीखी खबर प्रकाशित की थी। जरुरतमंदों तक भोजन व सरकारी योजना का लाभ पहुंचाने के लिए प्रशासन से सर्वे करवाने का मुद्दा भी प्रमुखता से उठाया था। जिसके बाद कलक्टर अविचल चतुर्वेदी ने शहर की कच्ची बस्तियों का जायजा लेते हुए इन बस्तियों में राशन सामग्री पहुंचाकर सर्वे शुरू करवाया था। उसी क्रम मेें अब विभिन्न विभागों की ओर से शहर की कच्ची बस्तियों में सहायता शिविर का आयोजन किया गया है। जो आगे भी जारी रहेगा।
खबर का असर: कच्ची बस्ती में लगा शिविर, कोरोना की जांच के साथ कुपोषित बच्चों का शुरू हुआ उपचार
- Advertisement -
- Advertisement -
- Advertisement -