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अर्थव्यवस्था की खस्ता हालत को देखते हुए देश को अर्थशास्त्र की बुनियादी जानकारी वाले वित्त मंत्री की दरकार-कांग्रेस

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—भारतीय अर्थव्यवस्था के संकट में होने की रिपोर्ट के बीच कांग्रेस का मोदी सरकार पर निशाना
—आधिकारिक सोशल मीडिया साइट के जरिए रखा मत
—अमेरिका और चीन की अर्थव्यवस्था से तुलना को बताया गलत
नई दिल्ली। भारतीय अर्थव्यवस्था(Indian Economy) के संकट(Crisis) में होने की रिपोर्टों के बीच कांग्रेस ने मोदी सरकार(Modi Government) पर निशाना साधते हुए शुक्रवार को कहा कि देश(Country) को एक ऐसे वित्त मंत्री की जरूरत(Need) है, जिसे अर्थव्यवस्था की बुनियादी जानकारी(Basic Knowledge) हो। कांग्रेस(Congress) ने अपनी आधिकारिक सोशल मीडिया साइट पर पर कहा कि देश को इस समय एक ऐसे वित्त मंत्री की बेहद सख्त जरूरत है, जिसे बुनियादी अर्थव्यवस्था की समझ हो। हमारी वृद्धि दर भले ही अमेरिका और चीन से अधिक हो, लेकिन वे 21 खरब और 14.8 खरब डालर की अर्थव्यवस्था हैं और हम मात्र 2.8 खरब डालर की अर्थव्वयवस्था हैं।
-सीतारमण ने बताया था भारत की अर्थव्यवस्था को बेहतर स्थिति में
गौरतलब है कि आर्थिक स्थिति को लेकर हो रही सरकार की आलोचना के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा था कि दुनिया भर में अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में हलचल के बावजूद भारत की आर्थिक स्थिति बेहतर है। सीतारमण ने यहां कहा था कि दुनिया भर में आर्थिक क्षेत्र में अस्थिरता का माहौल है। ‘व्यापार जंग’ से कई देशों में अर्थव्यवस्था की हालत अस्थिर है। इन सब परिस्थितियों के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था बेहतर स्थिति में है। भारत अब भी सबसे तेज गति से बढ़ रही अर्थव्यवस्था है। उन्होंने कहा था कि चीन, अमेरिका, जर्मनी जैसे देशों के मुकाबले भी हमारी विकास दर ज्यादा है। सरकार के एजेंडा में आर्थिक सुधार सबसे ऊपर हैं और इन सुधारों की प्रक्रिया 2014 से लगातार जारी है। देश में कारोबार करना आसान हुआ है।
-2008 की मंदी में अर्थव्यवस्था रही पूरी तरह स्थिर : कांग्रेस
कांग्रेस ने वित्त मंत्री की जमकर आलोचना करते हुए कहा कि वित्त मंत्री ने बहुत ही शानदार तरीके से उन नुकसानों की उपेक्षा की है जो नोटबंदी और जीसएटी के कारण हुए थे और देश की अर्थव्यवस्था में आई मंदी का कारण वैश्विक कारोबार में गिरावट से जोड़ दिया। पार्टी ने कहा कि शायद वह इस बात को भूल चुकी है कि जब 2008 में विश्व में मंदी का दौर चल रहा था, तो हमारी अर्थव्यवस्था पूरी तरह स्थिर थी और यह डॉ. मनमोहन ङ्क्षसह की नीतियों के कारण ही संभव था।
-भीषण संकट…सरकार मौन : मनीष तिवारी
इससे पहले यहां कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा था कि देश के तीन करोड़ से अधिक लोगों के समक्ष बेरोजगार होने का संकट मंडरा रहा है। जब आपकी अर्थव्यवस्था अपने अस्थिर दौर में आ चुकी है तो ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की चुप्पी बहरा करने वाली है, आज आप दलबदल, बदले की राजनीति और देश में अघोषित आपातकाल देख रहे हैं। उन्होंने नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार के उस बयान का जिक्र किया जिसमें उन्होंने कहा था कि भारतीय अर्थव्यवस्था इस समय अभूतपूर्व संकट का सामना कर रही है और सरकार को इस दिशा में ध्यान देने की आवश्यकता है। इस पर उन्होंने कहा कि स्वीकारोक्ति के लिए कुमार को धन्यवाद दिया जाना चाहिए।

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