सीकर. जिला मुख्यालय स्थित कल्याण अस्पताल और जनाना अस्पताल के संविदाकर्मियों की यूनियन के जिलाध्यक्ष को हटाने के विरोध ने तूल पकड लिया है। जिलाध्यक्ष को जानबूझकर हटाने और अस्पताल प्रबंधन की ओर से मनमर्जी करने के आरोप को लेकर प्रबंधन और संविदाकर्मियों में खासी तकरार हुई। जिसका नतीजा अस्पताल ने पहली बार संविदा कर्मी जिलाध्यक्ष के खिलाफ कल्याण अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया। प्रदर्शन के दौरान संविदा कर्मियों ने अस्पताल प्रबंधन पर मनमर्जी करने और संविदाकर्मियों को जानबूझकर परेशान करने सरीखे गंभीर आरोप लगाए। पीएमओ के खिलाफ कक्ष के बाहर नारेबाजी की। इस पर पीएमओ ने अस्पताल परिसर में धारा 144 के उल्लघंन की शिकायत कोतवाली पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर संविदाकर्मियों को वापस भेज जिलाध्यक्ष को गिरफ्तार कर लिया। जहां से पाबंद करके शाम को छोड़ दिया गया।
पुलिस ने जिलाध्यक्ष को किया गिरफ्तारसंविदा कर्मी सुबह करीब 11 बजे अस्पताल परिसर में एकत्र हुए और ज्ञापन देने के लिए पीएमओ कक्ष के बाहर पहुंचे। जहां संविदा कर्मियो ने पीएमओ पर स्टॉफ की ड्यूटी लगाने में मनमर्जी करने और चहेतों को लाभ देने के आरोप लगाए। साथ ही संविदा कर्मियों की मांग उठाने पर उनकी यूनियन के जिलाध्यक्ष को हटाने का विरोध जताया। इसपर अस्पताल के पीएमओ ने संविदाकर्मी यूनियन के जिलाध्यक्ष के खिलाफ राजकार्य में बाधा पहुंचाने और राष्ट्रीय आपदा अधिनियम 2005 और एपेडमिक अधिनियम 1957 के तहत मामला दर्ज करने की शिकायत दी।
यह है मामला
संविदाकर्मी जिलाध्यक्ष को हटाने की शिकायत कोविड सेंटर के चिकित्सकों ने अस्पताल प्रबंधन को दी थी। इसके बाद अस्पताल ने तीन चिकित्सकों की कमेटी बनाई। कमेटी ने जांच कर संविदा कर्मी को हटाने की सिफारिश की। जिसकी रिपोर्ट कमेटी ने शुक्रवार को अस्पताल प्रबंधन को सौंपी। इसी के बाद मामला तूल पकड़ गया।
कर्मचारियों में रोष
संयुक्त स्वास्थ्य संविदा कर्मचारी संघ के बैनर तले समय पर वेतन ना मिलने, कोविड सेंटर के कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण ना देने, कर्मचारियों को टारगेट बना कर निकालने, नर्सिंग अधीक्षक की ओर से उपस्थित नहीं करने देने सहित अन्य मांगों को लेकर दिए जाने वाले ज्ञापन को लेने से पीएमओ डा अशोक चौधरी ने मना कर दिया। संघ के मीडिया प्रभारी जितेन्द्र शर्मा ने बताया कि संघ के जिलाध्यक्ष को पीएमओ ने जबरन बाहर निकाल दिया पुलिस को बुलाकर गिरफ्तार करवा दिया। इससे कर्मचारियों में काफी रोष है।
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