अजीतगढ़. कस्बे में गर्मी का मौसम भीषण होता जा रहा है वैसे-वैसे पानी की किल्लत होती जा रही है। पेयजल सप्लाई के लिए लगाए बोरिंगों का जलस्तर नीचे जाने के कारण पानी की भीषण किल्लत का एहसास लोगों को होना शुरू हो गया है। लोगों को मजबूरी में साढ़े 300 रुपए में निजी टैंकरों से पानी डलवा कर प्यास बुझानी पड़ रही है। हालात यह तो गए है कि कई नलों में तो मात्र हवा आकर ही नल बंद हो जाते हैं। अजीतगढ़ में 50 साल पहले 200 नल कनेक्शन थे। तब से ही वहीं जल योजना चल रही है। उस समय 200 नल कनेक्शन थे और आज 2662 नल कनेक्शन हो गए, लेकिन आज तक भी जलदाय विभाग और सरकार ने यहां नई पेयजल योजना लागू नहीं की। लोगों को पानी के लिए दर-दर की ठोकर खानी पड़ रही है। अजीतगढ में 6 बोरिंग लगे हुए हैं जिनमें से एक बोरिंग फेल हो चुका है और 2662 नल कनेक्शनों को 5 बोरिंगो से पानी सप्लाई हो रही है। इन 5 बोरिंगो में जलस्तर नीचे जाने के कारण पानी की भीषण किल्लत हो रही है। चिंताजनक स्थिति तो यह है कि कई कॉलोनियों में तो नलों में पानी की एक बूंद भी नहीं जा रही है। ग्रामीण टैंकर खरीदने को मजबूर हो रहे है।50 साल पहले बनी बड़ी पानी की टंकीअजीतगढ़ में 50 साल पहले जल योजना की शुरुआत हुई थी। उस समय जलदाय विभाग में यहां पानी की एक टंकी बनाई थी। 200 नल कनेक्शनों में टंकी से जल सप्लाई होती थी। अजीतगढ की आबादी पच्चीस हजार हो चुकी है और नल कनेक्शनों की संख्या 2662 हो चुकी है। 500 नल कनेक्शनों को टंकी एवं बाकी नल कनेक्शनों को बिजली आने पर सीधे बोरिंगो से पानी की सप्लाई की जाती है। बोरिंगो का जलस्तर नीचे जाने के कारण नल कनेक्शनों में पानी बिल्कुल कम आ रहा है और प्रेशर नहीं बन रहा है।वास्तव में हालत विकटबोरिंगो का जलस्तर नीचे जाने के कारण कई कॉलोनियों में आखिरी नल कनेक्शनों में पानी की किल्लत हो रही है। अजीतगढ़ में नई पानी की योजना के लिए करीब 6 करोड का प्रस्ताव बनाकर भेज चुके हैं। अगर गर्मी के मौसम में ऐसे ही पानी की किल्लत चलती रही तो कस्बे में एक दिन छोड़ कर देने का विचार किया जाएगा। -सुनील कुमावत, कनिष्ठ अभियंताअधिकतर गांवों के लिए पेयजल समस्या हल कराने के लिए राशि स्वीकृत करा दी गई है। जहां भी नए स्तर पर बोरिंग कराए जा रहे हैं उनमें पानी बिल्कुल कम हो रहा है। अजीतगढ में नई पानी की योजना के लिए 6 करोड का प्रस्ताव बनाकर जलदाय विभाग जयपुर के मुख्य अभियंता को भेज चुके हैं। शीघ्र ही प्रस्ताव पास होने की उम्मीद है।दीपेंद्र सिंह शेखावत, श्रीमाधोपुर विधायक
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