सीकर. राजस्थान के सीकर जिले मेंं रंगदारी के लिए फिर फायरिंग कर दी गई। पिछले महीने खंडेला में कपड़े के शोरूम में फायरिंग के बाद सोमवार को सीकर शहर में एक जनरल स्टोर पर दस लाख की रंगदारी के लिए बाइक सवार युवकों ने फायरिंग कर दी। आरोपियों ने दोनों हाथों में पिस्टल लेकर दो फायर किए। हालांकि दोनों फायर दुकान के शीशे पर ही लगे। दीवार के पास होने के कारण दुकानदार बच गया। वारदात शहर के पिपराली बाइपास चौराहे के पास बंधन जनरल स्टोर पर हुई। फायरिंग की सूचना पर पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप, पुलिस उप अधीक वीरेन्द्र शर्मा और उद्योग नगर थानाधिकारी पवन चौबे मौके पर पहुंचे। अपराधियों की तलाश में जिले भर में नाकाबंदी करवाई गई, लेकिन उनका अभी तक पता नहीं चल पाया है।
दो गोली दागकर 18 सैकंड में भागे
दोनों युवक बाइक पर सवार होकर आए। आते ही बाइक खड़ी की। इनमें से एक युवक उतर कर दुकान के पास गया और बाहर से ही दोनों हाथों से दो फायर कर दिए। इसके बाद बाइक पर बैठकर भाग गए। यह सारा घटनाक्रम महज 18 सैकंड में पूरा हो गया। गोली की आवाज सुनकर वहां आसपास के लोग एकत्र हो गए। बाद में सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। तब तक आरोपी बाइपास होते हुए भाग गए। पुलिस ने आरोपियों का पीछा भी किया। उनके लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र के भोजासर गांव में होने की सूचना पर अपर पुलिस अधीक्षक रामचंद्र मूंड के नेतृत्व में पुलिस जाब्ते ने घेराबंदी भी की, लेकिन आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गए। वारदात के बाद दुकान संचालक मनीष सैनी ने राकेश मीणा व एक अन्य युवक के खिलाफ हत्या के प्रयास व रंगदारी मांगने का मामला दर्ज करवाया है।
गोली चलाने के बाद की फेसबुक अपडेट
आरोपी राकेश मीणा ने पिपराली बाइपास चौराहे पर फायरिंग की वारदात को अंजाम देने के बाद अपनी फेसबुक को अपडेट करते हुए लिखा कि आज जो कुछ हुआ इसका किसी से कोई लेना-देना नहीं है। यह मेरा प्रसनल मेटर है। क्योंकि इन्होंने मजाक करने पर केस दर्ज करवा दिया था। मैने उस समय हाथ जोड़कर बोला था कि हमने तो मजाक किया था। इसके बाद खुद को अपराध से दूर बताते हुए लिखा है कि मैने अभी तक तो कुछ किया भी नहीं। अपराध क्या होता है, अब बताएंगे। अंत में लोरेंस विश्नोई गिरोह का नाम लिखा हुआ है।
पहले भी बताया था इसी गिरोह से जुड़ाव
आरोपी राकेश मीणा मूलत: झुंझुनूं जिले के परसरामपुरा का रहने वाला है। पीडि़त मनीष सैनी का दुकान के पास ही रेस्टोरेंट है। वह वहां पर काम करने वाले किस कर्मचारी के पास आता था। करीब दो वर्ष पहले उसने स्वयं को राकेश विश्नोई गिरोह से जुड़े सुभाष बराल के नाम से मनीष सैनी का फोन कर दस लाख रुपए की रंगदारी मांगी थी। इस पर पुलिस ने राकेश को गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि उस दौरान उसने मजाक में पैसे मांगने की बात कही थी। लेकिन इस वारदात से साफ जाहिर है कि उसने दहशत फैलाने के लिए ही फायर किया था। दुकानदार मनीष सैनी की ओर से पुलिस में दी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि आरोपी ने जाते समय कहा था कि पैसे पहुंचा देना नहीं जान से हाथ धो बैठेगा।
खंडेला में भी रंगदारी के लिए किया गया था फायर
सीकर जिले में रंगदारी के लिए दशहत फैलाने की यह दूसरी वारदात है। इससे पहले खंडेला में भी रंगदारी की पर्ची देने के साथ युवक ने दुकानदार पर फायर किए थे। हालांकि पुलिस ने इस गिरोह के आरोपियों को अलवर से गिरफ्तार कर लिया है।
VIDEO: रंगदारी के लिए अब जनरल स्टोर पर फायरिंग, सीसीटीवी में यूं कैद हुई पूरी घटना
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