चितलवाना. बारिश के बाद इस बार लूनी नदी में आए पानी के चलते नेहड़ के कई गांवों के रास्ते बंद हो गए। ऐसे में कई गांवों का एक-दूसरे से सम्पर्क कट गया तो कई घरों में पानी भर जाने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। लूनी नदी में पानी के तेज बहाव से नेहड़ के गांवों में खेत जलमग्न हो गए। इधर, पानी अधिक होने से कई गांवों में मुख्य मार्ग पर पानी बहने से आवागमन भी प्रभावित हुआ। नदी के फैलाव क्षेत्र में होने से कई लोगों के घरों तक भी पानी पहुंचा। जिसके कारण लोग घरेलू सामान उठाकर सुरक्षित स्थान पर ले जाते हुए नजर आए।खेतों में बोई फसल हुई बर्बादनेहड़ के गांवों में लूनी नदी का पानी अधिक मात्रा में पहुंचने से किसानों की ओर से खेतों में बोई गई फसल भी बर्बाद हो गई। किसानों का कहना है कि खेतों में नदी का पानी भर जाने से कई दिनों तक पानी की निकासी नहीं होने से फसल पूरी तरह जलकर नष्ट हो जाएगी।ये रास्ते हुए बंदलूनी नदी में पानी की आवक के चलते नेहड़ के रामपुरा से लालपुरा, सायड़ा, टांपी से पावटा, होथीगांव से दूठवा व निम्बज से पावटा सहित दर्जन भर गांवों के रास्ते बंद हो गए हैं। आवागमन बंद होने के कारण ग्रामीण तैराकों की सहायता से पार हो रहे हैं और आवश्यक सामग्री भी सुरक्षित स्थानों पर ले जा रहे हैं।इनका कहना…रामपुरा से लालपुरा व सायड़ा गांव जाने वाले रास्ते पर पानी अधिक होने के कारण मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है। जिससे लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।- जयकिशन, ग्रामीण, लालपुरालूनी नदी में पानी आने से लोगों के खेतों में पानी भरा है। नेहड़ के गांवों में जहां रपट बनी हुई है, वहां पानी अधिक होने से मार्ग बंद है। वैसे गंभीर हालात वाली कोई बात नहीं है।- पेमाराम, तहसीलदार, चितलवाना
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