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जानिए क्यों…न्याय दिलाने वाले लगा रहे कोर्ट के चक्कर

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फतेहपुर. फतेहपुर बार एसोसिएशन के वार्षिक चुनाव 21 सिंतबर को होने है। इसके लिए नामांकन दाखिल करने सहित नाम वापसी तक का कार्य पूर्ण हो चुके है। लेकिन बार संघ के चुनावों में वकीलों में जबरदस्त घमासान हो रहा है। वर्तमान अध्यक्ष पर 18 फर्जी वोट जोडऩे का आरोप लगा है। आरोप लगाने के बाद कई वकील कोर्ट का दरवाजा खटकटा चुके है। आम जनता को न्याय दिलाने वाले लोग ही अब न्याय के लिए कोर्ट में चक्कर लगा रहे है। वोटर लिस्ट में फर्जी नाम जोडऩे को लेकर का मामला अब कोर्ट तक पहुंच गया है। न्याय की गुहार में वकील सिविल न्यायालय, वरिष्ठ सिविल न्यायालय सहित राजस्थान हाईकोर्ट तक याचिका लगा चुके है। जानकारी के अनुसार फतेहपुर बार संघ में इस बार 141 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। वकीलों का कहना है कि वर्तमान अध्यक्ष गिरधारीलाल निर्मल ने मनमाने तरीके से दूसरी बार संघों के सदस्यों का नाम भी वोटर लिस्ट में जोड़ दिया, जबकि फतेहपुर बार के कई वरिष्ठ वकीलों का नाम वोटर लिस्ट से हटा दिया गया। नियमों के अनुसार दूसरी बार संघ के सदस्य वोटिंग नहीं कर सकते है। वोटर लिस्ट जारी होते ही वकीलों ने पहले तो चुनाव अधिकारी एडवोकेट विद्याधर सैन के समक्ष आपत्ति दर्ज करवाई। अधिकारी के द्वारा आपत्ति खारिज करने पर वकील न्यायायल की शरण में चले गए। वकीलों ने दखल देने की गुहार लगाई। बड़ा सवाल, दूसरी बार संघ के सदस्यों के कैसे जुड़े नाम?21 सितंबर को होने वाले चुनावों की वोटर लिस्ट में सीकर, चुरू, धौलपुर, जोधपुर, श्रीगंगानगर सहित कई जगहों के वकीलों का नाम वोटर लिस्ट में जोड़ दिया गया है। वकीलों के एक खेमे का कहना है कि जो 18 अधिवक्ताओं के नाम वोटर लिस्ट में जोड़े गए है वह फतेहपुर बार संघ के ना ही तो सदस्य है व ना ही यहां पर नियमित वकालत करते है। इससे पहले फतेहपुर बार संघ के किसी भी चुनावों में उन्होंने भाग नहीं लिया है। तो अब अचानक उनका नाम वोटर लिस्ट में कैसे आया? वकीलों का आरोप है कि अध्यक्ष ने अपने चुनावी फायदे के लिए इन वकीलों का वार्षिक शुल्क अदा करके गलत तरीके से नाम जोड़ा है। अब प्रदेश की सबसे बड़ी अदालत की शरण में वकीलफतेहपुर बार संघ के सदस्य पंकज शर्मा ने चुनावों में फर्जी मतदाता जोडऩे व राजस्थान हाईकोर्ट की डबल बैंच के निर्णय के विरूद्ध जाकर चुनाव करवाने का आरोप लगाते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। बार संघ के चुनाव के संबंध में वकीलों का कहना है कि वर्तमान अध्यक्ष व बार संघ के पदाधिकारी राजस्थान हाईकोर्ट के फैसले के विरूद्ध जाकर चुनाव करवा रहे है। अपने फायदे के लिए राजस्थान हाईकोर्ट के निर्देशों की भी पालना नहीं की है। हाईकोर्ट की डबल बैंच के फैसले के अनुसार दूसरी बार के वकील बिना शपथ पत्र दिए मतदान नहीं कर सकते हैं। सिर्फ अध्यक्ष पद पर होगी वोटिंगफतेहपुर बार संघ के चुनाव में बुधवार को नाम वापसी का अंतिम दिन था। नाम वापसी के बाद अब स्थिति एकदम साफ हो गई। नाम वापसी के बाद महासचिव व उपाध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित हो गए। चुनाव अधिकारी विद्याधर सैन ने बताया कि महासचिव पद पर चार वकीलों ने नामांकन दाखिल किया था। बुधवार को जितेन्द्र सिंह शेखावत, मोहम्मद जाबिर, सतीश कुमार ने नाम वापस ले लिया। इससे मोहम्मद आरिफ खोखर निर्विरोध महासचिव निर्वाचित हुए। वहीं उपाध्यक्ष पद पर रामेश्वर सिंह का एकमात्र नामाकंन दाखिल होने से वह निर्विरोध निर्वाचित हो गए। अध्यक्ष पद राजेश गोस्वामी के द्वारा नाम वापस लेने पर अब वर्तमान अध्यक्ष गिरधारी निर्मल एवं जय कौशिक के बीच सीधा मुकाबला होगा।

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