सीकर. राज्य सरकार के प्रदेश की सीमाओं पर नियंत्रण बढ़ाने के साथ ही सीकर जिले में लॉकडाउन की अफवाह के चलते गुटखे-जर्दे के प्रमुख कारोबारियों ने अपनी दुकानें बंद कर दी। इसके साथ ही छोटे दुकानदारों ने कालाबाजारी शुरू कर दी। चार से पांच गुना तक अधिक पैसे वसूल किए गए। शाम तक इन दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ देखी गई। यह स्थिति शहर से लेकर गांव-कस्बों तक नजर आई।
लॉगों ने किया स्टॉक , बढ़ी भीड़
लॉकडाउन के दौरान गुटखा व जर्दा पर फिर से प्रतिबंध लगने की अफवाह के चलते दोपहर में दुकानों पर लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। इसके बाद अचानक थोक व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद कर दी। जिसके बाद छोटे व्यापारी भी इसका फायदा उठाने में जुट गए। व्यापारियों ने चार से पांच गुना महंगे दामों में इन्हें बेचना शुरू कर दिया। शहर की प्रमुख पतासों की गली, चिरंजी पनवाड़ी की गली सहित कई स्थानों में दुकानें बंद होने से लोग भटकते रहे।
गांव-ढाणी तक अफवाह का असर
जर्दा गुटखे पर रोक लगने की अफवाह का असर शहर ही नहीं गांव ढाणी तक देखा गया। नांगल नाथुसर के बाजार में भी पांच रूपए कीमत का गुटका जर्दा 25 रुपए तक बेचा गया। इस दौरान सोशल डिसटेंसिग और मास्क लगाने की पालना भी नजर नहीं आई।
परचूनी का सामान लेने वालों की भी बढ़ी भीड़
लॉकडाउन के दौरान कड़ाई के चलते परचूनी का सामान लेने वालों की भीड़ बुधवार को बाजारों में बढ़ गई। लोग घर का सामान खरीदतें नजर आए। कारोना के मरीजों की संख्या लगातार बढऩे के कारण लोगों का आशंका है कि सरकार फिर से लॉकडाउन में लोगों के घरों से निकलने पर पाबंदी लगा सकती है।
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