सीकर/श्रीमाधोपुर. रुपए कमाने के लिए जयपुर निवासी देव किन्नर दिव्या बाई बन गया। श्रीमाधोपुर कस्बे में जगह जगह बधाई लेकर उसने 75 हजार रुपए भी कमा लिए। लेकिन, भनक लगने पर असली किन्नरों ने उसे पकड़ लिया। उसकी जमकर धुनाई कर पुलिस को सौंप दिया। इस दौरान आरोपी ने अपना जुर्म कबूल करते हुए माफी मांग ली। जिसके बाद पुलिस ने उसे कस्बे में दुबारा नहीं आने की हिदायत के साथ छोड़ दिया। रुपया कमाने के लिए इस दौरान आरोपी ने अपना जेंडर बदलने की बात भी कही।
पकडऩे पर खुद को बताया बाल बच्चों वालाजानकारी के अनुसार किशनगढ़ रेनवाल की किन्नर काजु कंवर अखाड़े के किन्नर रेनवाल, श्रीमाधोपुर, दांतारामगढ, समेत अनेक गावों में भेंट लेने आती हैं। काजु कंवर ने बताया कि हाल में हुई शादियों वाले घर अखाड़े की किन्नर पूजा बाई भेंट लेने गई तो वहां से पहले ही किसी किन्नर के भेंट ले जाने की बात सामने आई। सोमवार को जब उस किन्नर के सोनी नगर में होने की जानकारी मिली तो किन्नर पूजा बाई वहां पहुंच गई और अपने साथियों को बुलाकर आरोपी को पकड़ लिया। किन्नरों ने ने उसे जमकर पीट दिया। पूछने पर आरोपी ने खुद को जयपुर का मालवीय नगर निवासी देव उर्फ दिव्या बाई बताया। परिवार में पत्नी व बच्चे होना स्वीकारते हुए उसने माफी भी मांग ली। बाद में किन्नर उसे पुलिस के पास ले गए। जहां कस्बे में दुबारा नहीं आने की हिदायत के साथ उसे छोड़ दिया गया। घटना के दौरान मौके पर काफी लोगों की भीड़ जमा हो गई।
15 दिन में कमाए 75 हजार रुपए, कहा, बदल लूंगा जेंडरकिन्नर के भेस में पकड़ा गया देव श्रीमाधोपुर में करीब 15 दिन से रह रहा था। इस दौरान उसने किन्नर के नाम पर 75 हजार रुपए भी कमा लिए। खुद उसने इस बात को स्वीकार किया। पकड़े जाने पर उसने ये भी कहा कि किन्नर जन्म से होना जरूरी नहीं है। वह भी अपना जेंडर बदलकर किन्नर बन जाएगा।
रुपयों के लिए ‘बीवी बच्चों वाला’ बना किन्नर, असली किन्नरों ने पीटा तो कहा बदल लूंगा जेंडर
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