कांवट. कस्बे के गांव घसीपुरा में आरओबी के नीचे स्थानीय लोगों के आवागमन के लिए बनाए जा रहे अंडरपास का काम अधूरा होने से परेशानी हो रही है। अंडरपास चालू नही होने से लोगों को जान जोखिम में डालकर रेलवे लाइन के ऊपर से गुजरना पड़ता है। कई बार तो घसीपुरा व कड़वाला की ढाणी में किसी की मौत होने पर शव को लेकर रेलवे लाइन पार करनी पड़ती है। बुधवार को घसीपुरा में एक वृद्ध महिला की मौत हो गई थी। श्मशान रेलवे लाइन पार होने के कारण अंतिम संस्कार के लिए रेलवे लाइन को पार करना पड़ा। यहां तीन पटरियों के दोनों तरफ भारी मात्रा में पत्थर होने से अर्थी गिरने का डर रहता है। ऐसें में यहां शवयात्रा के दौरान राम नाम सत्य के साथ सभी को सावधानी से भी चलने के लिए कहा जाता है। यही नहीं घसीपुरा में स्कूल भी रेलवे पार होने से घसीपुरा व कड़वाला की ढाणी के बच्चों को जान जोखिम में डालकर लाइन पार करके स्कूल पहुंचना पड़ता है। ऐसे में अभिभावकों को डर लगा रहता है। ग्रामीणों ने बताया कि करीब दो महीने पहले घसीपुरा रेलवे फ ाटक संख्या एलसी 85 को बंद करके आरओबी शुरू करने से वाहनचालकों को तो सुविधा मिलने लग गई। लेकिन स्थानीय लोगों के आवागमन के लिए बनाए जा रहे अंडरपास का काम बंद होने से लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। ग्रामीणों ने कई बार अंडरपास का काम जल्द पूरा करने के लिए कंपनी के ठेकेदार सहित सानिवि के अधिकारियों को अवगत कराया, लेकिन जिम्मेदार कोई सुनवाई नहीं कर रहे है। ग्रामीणों ने अंडरपास के काम को जल्द पूरा करने की मांग की है। स्थानीय वाहन चालक आरओबी पर लगा रहे चक्कर- घसीपुरा में हाल ही में करीब एक किमी लंबा आरओबी बनाया गया है। स्थानीय वाहन चालकों को कांवट या कही जाने के लिए अंडरपास के अभाव में अधिक दूरी तय कर बार-बार आरओबी से गुजरना पड़ता है।
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