सीकर. प्रदेश के सरकारी स्कूलों में गणित व विज्ञान के हजारों पद रिक्त चल रहे हैं। सरकार इन रिक्त पदों को भरने की बजाय नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू कर संकाय बढ़ाने की तैयारी कर रही है। शिक्षा नीति के तहत सभी उच्च माध्यमिक स्कूलों में गणित व विज्ञान के संकाय खोले जाएंगे। रिक्त पद नहीं भरने तक नए संकाय खोलने का कोई औचित्य नहीं है। संकाय खोलने से ज्यादा फिलहाल बच्चों की पढ़ाई के लिए शिक्षकों के पद भरना जरूरी हैं।
प्रदेश में १२,७५४ पद रिक्त
जानकारी के अनुसार प्रदेश में उच्च माध्यमिक स्कूलों के कुल १०,२२२ स्कूलें संचालित हैं। इनमें १९०९ जीव विज्ञान और १२२९ स्कूलों में गणित विषय संचालित हैं। शहर व बड़े कस्बों के कई स्कूलों में जीव विज्ञान व गणित दोनों विषय भी संचालित हैं। जैसे सीकर शहर के एसके स्कूल में यह दोनों विषय संचालित हैं। माध्यमिक व प्रारंभिक शिक्षा को मिलाकर प्रदेश में १४०१ व्याख्याता और ११,३५३ सैंकड ग्रेड एवं सैंकड़ लेवल के पद रिक्त चल रहे हैं।
सरकार का सिर्फ दिखावे पर ध्यान
सरकार ने नई शिक्षा नीति के ड्राफ्ट में यह व्यवस्था शुरू करने की बात तो कही है, लेकिन बजट के प्रावधान की कोई बात नहीं की हैं। वर्तमान में संचालित स्कूलों में पद भरने की बजाय नए संकाय खोलकर सरकार बच्चों की पढ़ाई से ज्यादा दिखावा पर ध्यान दे रही हैं। इधर, शिक्षकों की कमी के चलते स्कूलों में विद्यार्थियों की पढ़ाई चौपट हो रही हैं। वहीं दूसरी ओर प्रारंभिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में देखे तो कई शिक्षक विषय विरूद्ध भी लगे हुए हैं।
बजाज को भारत रत्न देने की मांग
लक्ष्मणगढ़. समग्र सेवा सद्विचार सृष्टि मंच ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व महात्मा गांधी के पांचवे पुत्र के रूप में विख्यात जमनालाल बजाज की १३०वीं जयंती हर्षोल्लास पूर्वक मनाई। वक्ताओं ने बजाज की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उनको एक महान राष्ट्रसेवक बताया। वक्ताओं ने इस दौरान केन्द्र सरकार से बजाज को भारत रत्न देने की मांग भी की।[MORE_ADVERTISE1]
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