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कोरोना काल में मददगार बनी ई संजीवनी

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सीकर. वैश्विक महामारी कोरोना के दौर में मरीजों ने अस्पतालों के आउटडोर की बजाए ऑनलाइन परामर्श को तरजीह दी है। कोरोना काल के दस माह में ऑनलाइन परामर्श देने की प्रदेश स्तरीय रैंकिंग में सीकर तीसरे पायदान पर पहुंच गया है। संक्रमण से बचाव के लिए शुरू की गए ई संजीवनी एप का सबसे ज्यादा फायदा ग्रामीण इलाके के लोगों को हो रहा है। ग्रामीण प्ले स्टोर के जरिए इस एप को अपने मोबाइल में अपलोड करके संबंधित चिकित्सक से परामर्श ले रहे हैं। और यही नहीं मरीज इस पर्ची के आधार पर अपनी नजदीकी सीएचसी और पीएचसी से निशुल्क दवा भी ले रहे हैं। गौरतलब है कि पूर्व में अस्पताल में संचालित टेली मेडिसिन सेवा के जरिए सुपर स्पेशिलिटी परामर्श दिया जा रहा था। —————ओपीडी में लगाए चिकित्सकमहाराष्ट्र और केरल में कोरोना के बढते मामले को देखते हुए आउटडोर में भीड न हो इसके लिए कल्याण अस्पताल में ई संजीवनी ओपीडी के लिए अलग से चिकित्सकों की टीम बनाई है। जिसमें डा मंसाराम सारण, डा सुखचैन, डा मुकेश वर्मा, डा विकास अग्रवाल बतौर फिजिशियन सेवाएं देंगे। इस व्यवस्था की निगरानी के लिए नर्सिंग प्रभारी मामराज ढाका, डा विकास अग्रवाल, डा जितेन्द्र भूरिया और टेक्निकल सपोर्ट इंजीनियर रामकिशन को जिम्मेदारी दी गई है।टॉप टेन में तीन चिकित्सककोरोना काल के दौरान ऑनलाइन सबसे ज्यादा मरीज देखने के लिए कल्याण अस्पताल के तीन चिकित्सक की भूमिका ज्यादा रही है। दस माह में अस्पताल में 1467 मरीजों ने ऑनलाइन उपचार लिया। जिनमें डा जितेन्द्र भूरिया, डा. विकास अग्रवाल, डा मुकेश वर्मा, डा रविन्द्र आबूसरिया ने सबसे ज्यादा मरीज देखे।यह है प्रक्रियाप्ले स्टोर के जरिए कोई भी व्यक्ति अपने मोबाइल में ई संजीवनी एप मरीज डाउनलोड करता है। एप में पंजीयन होने के बाद मरीज अपनी डिटेल देगा। जिसमें वह परामर्श के लिए संबंधित चिकित्सक को सलेक्ट करेगा। इसके साथ ही वीडियो कॉल शुरू हो जाएगी और संबंधित चिकित्सक के पास चली जाएगी। वीडियो कॉल के दौरान मरीज पूर्व में ली गई दवाओं का प्रिस्क्रिपन या जांच भी अपलोड कर सकेगा। जिसके आधार पर चिकित्सक परामर्श देगा। परामर्श के दौरान कोई जांच होने पर मरीज अस्पताल आने की बजाए अपने पास के स्वास्थ्य केन्द्र पर जांच करके चिकित्सक को फिर दिखाएगा और चिकित्सक एप में पहले से दर्ज मुख्यमंत्री निशुल्क योजना के तहत मिलने वाली जैनरिक दवाओं को सलेक्ट करेगा। इसके बाद ऑनलाइन पर्ची तैयार हो जाएगी।इनका कहना हैसीकर जिला प्रदेश में तीसरे स्थान पर रहा है। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए मरीजो ंको इसका फायदा उठाने की जरूरत है। इसके लिए अस्पताल में चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई है।डा अशोक बिजारणिया, पीएमओ कल्याण अस्पताल

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