सीकर. नवम्बर माह का दूसरा पखवाड़ा चल रहा है लेकिन सीकर जिले में डेंगू का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिले में शुक्रवार को डेंगू के सात नए रोगी मिले। शहर के छोटे बडे सभी अस्पतालों में क्षमता से ज्यादा मरीज है। जिला अस्पताल में मेडिसिन के साथ ही अन्य वार्डो में मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। ग्रामीण इलाकों से अभी भी मरीजों का आना थम नहीं रहा है। सीकर जिले ४५० से ज्यादा मरीजों में रेपिड कार्ड से डेंगू होने की पुष्टि हो चुकी है। जिनमें सीकर शहर में डेंगू के सर्वाधिक रोगी है।
बुखार होते करवा रहे जांचडेंगू का खौफ बढऩे के कारण मामूली बुखार आते ही डेंगू की जांच करवाई जा रही है। सर्दी जुखाम होते ही चिकित्सक तुरंत रेपिड कार्ड से जांच करवा रहे हैं। पिछले एक पखवाडे में निजी लैब में रेपिड कार्ड से जांच के दौरान मरीजों से करीब 25 लाख रुपए से ज्यादा वसूले जा चुके हैं। जिला अस्पताल में यह जांच सुविधा निशुल्क है लेकिन बाहर की लैब में इस जांच के लिए राशि निर्धारित नहीं होने से एक हजार रुपए तक वसूले जा रहे हैं। चिकित्सकों के अनुसार कई लैब संचालकों ने तो डेंगू के नाम मरीजों के घर- घर से जाकर सैम्पल लेने शुरू कर दिए हैं। कई बार इन सैम्पल के समय पर नहीं पहुंचने से क्लॉटिंग हो जाती है और जांच का परिणाम सही नही आ पाता है। सबसे ज्यादा खराब स्थिति ग्रामीण अंचल की है।
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