फसलों की कटाई शुरू होते ही मांग बढ़ी
सीकर। पंजाब व हरियाणा में खरीफ फसलों की कटाई शुरू होने के साथ शेखावाटी के मीठे प्याज की मांग बढ गई। सीकर और रसीदपुरा मंडियों में प्याज के कट्टों की आवक बढ़ती जा रही है। दोनो ही मंडियो में बोली के समय पिछले दो दिन से दूसरे राज्यों के करीब तीन दर्जन व्यापारियों की ओर से प्याज खरीद कर भिजवा रहे हैं। यहां प्याज की आवक 35 से 40 हजार कट्टे रोजाना तक पहुंच गई है। सोमवार को सीकर मंडी में प्याज के थोक भाव साढे 12 से 15 रुपए प्रति किलो तक बोले गए। रसीदपुरा मंडी में प्याज के भाव रुपए रहे। गौरतलब है कि गौरतलब है कि जिले में 15 हजार हेक्टेयर में प्याज की बुवाई हुई है। प्याज का अनुमानित उत्पादन साढे तीन लाख मीट्रिक टन आंका जा रहा है।
अब होगा फायदा
तापमान बढऩे के साथ ही हरियाणा, पंजाब में फसलों की कटाई शुरू हो जाएगी और कटाई के दौरान वहां दूसरे राज्यों से हजारों श्रमिक जाते हैं। ऐसे में मीठा होने के कारण प्याज का बहुतायात में उपयोग होता है। साथ ही वहां प्याज का बुवाई क्षेत्र भी इस बार कम है। प्याज व्यापारी नेमीचंद दूजोद ने बताया कि गर्मी बढऩे के साथ ही जमीन में प्याज के कंद तेजी से बनने लगते हैं इसके साथ ही बाहर के व्यापारी प्याज की खरीद करने आने लगते हैं। अप्रेल माह तक प्याज के कट्टों की आवक रोजाना पचास हजार कट्टों तक पहुंच जाएगी। बारिश का भी प्याज के भावों पर असर पडऩे लगेगा।
इसबार एक माह कम चलेगा सीजन
सीकर मंडी के थोक व्यापारी नेमीचंद सांई ने बताया कि जिले में इस बार अधिकांश किसानों ने अगेता प्याज बोया है। मंडी में प्याज की बिक्री का सीजन चार माह तक चलता है। रसीदपुरा, खूडी सांवलोदा धायलान क्षेत्र का प्याज सबसे पहले आता है। इस समय तक इस क्षेत्र का करीब 60 फीसदी प्याज खुद चुका है। यही कारण है कि रोजाना 30 से 40 ट्रक दूसरे राज्यों में बिक्री के लिए जा रहा है। इस कारण भाव में कमी आ रही है।
श्रीमाधोपुर/सीकर. राजस्थान के सीकर जिला के श्रीमाधोपुर इलाके के नांगल भीम गांव में पानी के…
सीकर.प्रदेश के बेरोजगारों के लिए राहतभरी खबर है। अगले साल से बेरोजगारों को अब…
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Sarkar) एक के बाद एक कई सवालों के घेरे…
सीकर. कोरोना का नया वेरिएंट ओमीक्रोन आने के बाद केन्द्र के साथ ही प्रदेश सरकार…
सीकर. 36 दिन में रीट का परिणाम जारी कर अपनी पीठ थपथपाने वाले राजस्थान माध्यमिक…
सीकर. फर्जीवाड़े के लिए लोग कुछ भी कर सकते हैं। सहयोग के नाम पर कर्ज…