सीकर. कोरोनाकाल में विद्युत कंपनियों ने घरेलू उपभोक्ताओं को इस इस महीने बिल औसत के आधार पर जारी करने के फरमान जारी कर दिए है। यदि किसी उपभोक्ता को बिल पर आपत्ति है तो उसे खुद ही मीटर की रीडिंग लेकर फोटो वाट्सएप या ई-मेल के जरिए भेजनी होगी। कोरोना की पहली लहर के दौरान भी लगभग चार महीने तक बिजली कंपनियों की ओर से औसत के आधार पर बिल जारी किए गए थे। वहीं सरकार की ओर से कई वर्गो को बिलम्ब शुल्क सहित अन्य राशि की छूट दी गई थी। लेकिन इस बार सरकार की ओर से इस संबंध में कोई आदेश जारी नहीं हुए है। शेखावाटी के आठ लाख से अधिक उपभोक्ताओं को बिजली कंपनियों ने औसत के आधार पर बिल जारी करने की तैयारी कर ली है। विद्युत निगम के अभियंताओं ने बताया कि कोरोनाकाल में बिल पिछले साल की इस महीने की रीडिंग के आधार पर जारी होंगे।20 से 30 फीसदी तक घटी बिजली की खपतकोरोना की वजह से कई क्षेत्रों में 20 से 30 फीसदी तक बिजली की खपत कम हुई है। स्कूल, कॉलेज, कोचिंग, मार्केट व मॉल सहित अन्य गतिविधि बंद होने की वजह से बिजली खपत कम हुई है। कई क्षेत्र ऐसे भी है जहां बिजली की खपत में कोई ज्यादा अंतर नहीं आया है।सीकर में बिजली उपभोग 80 लाख यूनिटसीकर में इन दिनों बिजली खपत का आंकड़ा 80 लाख यूनिट तक पहुंच गया है। पिछले साल भी लॉकडाउन की वजह से यह आंकड़ा 75 से 80 लाख के बीच था। लेकिन वर्ष 2019 में सीकर में बिजली उपभोक्ताओं की मांग का आंकड़ा 95 लाख को भी पार कर गया था। मांग में थोड़ी गिरावट आने की वजह से फिलहाल ज्यादातर क्षेत्रों में बिजली कटौती नहीं की जा रही है।स्थिति सामान्य होने पर लगेगा झटकाकोरोना के बाद स्थिति सामान्य होने पर कई उपभोक्ताओं को थोड़ा झटका लगना तय है। क्योंकि जिन उपभोक्ताओं का बिल औसत से Óयादा रहेगा उनको बाद में सही रीडिंग के आधार पर बिल दिए जाएंगे। ऐसे में बाद में एक साथ बिल आने पर घर का बजट भी बिगड़ेगा।जज्बे से संभाल रहे मोर्चा, फिर भी सरकार नहीं मानती वारियर्सकोरोनाकाल में भी विद्युत निगम के अभियंताओं से लेकर तकनीकी सहित अन्य कर्मचारी 24 घंटे मोर्चा संभाले हुए है। अभियंताओं ने बिजली लाइनों में तकनीकी खराबी की इन दिनों में भी रोजाना 120 से अधिक शिकायत दर्ज हो रही है। निगम टीम की ओर से आमजन को निर्बाध सप्लाई दी जा रही है। कर्मचारियों का कहना है कि कई अभियंता व कर्मचारी पॉजिटिव भी आ चुके हैं। इसके बाद भी सरकार की ओर से वारियर्स में शामिल नहीं करने से पीड़ा है।इनका कहना है…कोरोना की वजह से इस महीने के बिल औसत के आधार पर जारी होंगे। इस संबंध में आदेश जारी कर दिए है। उपभोक्ताओं को स्थिति सामान्य होने पर सही रीडिंग के आधार पर बिल दिए जाएंगे। यदि कम व Óयादा उपभोग होता तो उसका समायोजन भी होगा।नरेन्द्र गढ़वाल, अधीक्षण अभियंता, अजमेर डिस्कॉम, सीकर
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