सीकर. राजस्थान के सीकर जिले के राधाकिशनपुरा इलाके में रविवार को माता- पिता व दो बेटियों के आत्महत्या मामले में पुलिस को सुसाइड नोट मिला है। जिसमें मृतक हनुमान सैनी ने चारों द्वारा आत्महत्या पूरे होशो हवास में करने की बात लिखी है। आत्महत्या की वजह बेटे की मौत के गम को बताया है। लिखा है कि बेटे की मौत 27 सितंबर को हो गई थी। जिसके बाद से वह उसके बिना जीने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन जी नहीं पा रहे हैं। इसलिए चारों ने आत्महत्या का फैसला लिया है। नोट में घर में किसी भी चीज की कोई कमी नहीं होने का जिक्र भी किया है। लिखा है कि उनके पास जमीन,घर, दुकान व नौकरी है। बस सबसे बड़ी कमी बेटे की ही है। जिसके बिना सब बेकार है। घटना स्थल से एक अन्य नोट भी मिला है। जिसमें मृतक हनुमान सैनी ने छोटे भाई सुरेश को उन पर कोई कर्ज बाकी नहीं होने की बात लिखते हुए अंतिम संस्कार पूरे रीति रिवाज से करने को लिखा है। गौरतलब है कि सीकर शहर के राधाकिशनपुरा इलाके में हनुमान सैनी (45) ने पत्नी तारादेवी (40) और दो बेटियों पूजा (22) व अन्नु (20) के साथ फांसी के फंदे पर झूलकर आत्महत्या कर ली थी। जिसकी जानकारी घर में दूधवाले के आने पर हुई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने चारों के शव को फंदे से उतारकर एसके अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है। जहां उनके पोस्टमार्टम की कवायद के साथ पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
सुसाइड नोट में ये लिखा‘मैं हनुमान प्रसाद सैनी मेरी पत्नी तारा देवी व दो बेटियां पूजा व अन्नू अपने पूरे होश में यह लिख रहे हैं कि हमारे पुत्र अमर का स्वर्गवास दिनांक 27/9/20 को हो गया था। हमने उसके बिना जीने की कोशिश की। लेकिन जीया नहीं जाता उसके बगैर। इसलिए हम चारों ने अपनी जीवन लीला समाप्त करने का फैसला किया है। अमर ही हम चारों की जिंदगी था, वही नहीं तो हम यहां क्या करेंगे। घर में किसी चीज की कमी नहीं है। जमीन है, घर है, दुकान है, नौकरी है। बस सबसे बड़ी कमी पुत्र की है। उसके बिना सब बेकार है। हमारे घर किसी का कोई कर्ज बाकी नहीं है। प्रशासन से निवेदन है किसी भी परिवारजनों को परेशान नहीं करें। यह हमारा अपना फैसला है।‘
छोटे भाई के नाम लिखा ये संदेश ‘सुरेश, हम सब का अंतिम संस्कार अपने परिवार की तरह करना। (कबीर पंथ) की तरह मत करना। सब अपने रीति रिवाज से करना और अमर का कड़ा व उसके जन्म के बाल हमारे साथ गंगा में बहा देना। अमर की फोटो के पास सब सामान रखा है। सुरेश मेरे ऊपर किसी का कोई रुपया पैसा बाकी नहीं है।‘
दौड़ते समय हार्ट अटैक से हुई थी बेटे की मौतमृतक हनुमान सैनी का पत्नी, दो बेटियों व एक बेटे सहित पांच सदस्यों का परिवार था। लेकिन, पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे बेटे अमर की कुछ महीने पहले ही स्टेडियम में दौड़ते समय हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। बताया जा रहा है कि इसके बाद से ही परिवार अवसाद में था। जिसमें बाकी चारों सदस्यों की आत्महत्या के बाद अब पूरा परिवार ही खत्म हो गया।
भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष का भतीजा है मृतकमृतक हनुमान सैनी भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी का भतीजा है। जो उनके छोटे भाई का बेटा था। पुरोहितजी की ढाणी में उनके घर भी पड़ौस में थे। हनुमान सैनी सरकारी स्कूल में चतुर्थश्रेणी कर्मचारी के पद पर कार्यरत था।
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