उदयपुर/फलासिया . पानरवा थाना क्षेत्र के आमड़ा गांव के जंगलात में स्थित धूणीमाता पहाड़ी में खुदाई में निकली मूर्तियों की सूचना के बाद वहां आस्था का ज्वार उमड़ पड़ा। लोग चढ़ावा लेकर पहाड़ी पर पहुंच गए, तो कुछ ने मूर्ति स्थापना के लिए चबूतरा निर्माण की तैयारी कर दी। सूचना पर वन विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंच काम को रुकवाया। इधर, पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने मूर्तियों की जांच करवाई तो वे पीतल की निकली। सबसे बड़ी अम्बा माता की मूर्ति पर सोने का पानी चढ़ा हुआ पाया गया। मंगलवार को पुरातत्व विभाग की टीम मौके पर पहुंच मूर्तियों की जांच करेगी। एहतियात के तौर पर भारी जाप्ता तैनात किया गया है। अधिकारियों ने इस पूरे कृत्य में संदेह जताते हुए जमीन पर कब्जे की नीयत से श्रद्धा को ठेस पहुंचाने की बात से भी इनकार नहीं किया है।
यह था मामला
धूणीमाता की पहाड़ी पर 18 अगस्त को खुदाई में मूर्तियों मिलने की खबर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी। पानरवा थानाधिकारी सकाराम भी मय जाप्ता मौके पर पहुंचे तो वहां पर तीन प्रतिमाएं थी तथा 40-50 लोग पूजा-अर्चना कर रहे थे। सूचना आग की तरह फैलते ही कई गांवों के लोग पहाड़ी पर पहुंच गए। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने भीड़ के कम होने पर रात को इन प्रतिमाओं की अपने स्तर पर जांच करवाई तो ये पीतल की निकली। मामला पुरातत्व एवं देवस्थान विभाग का होने पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने इसकी जानकारी संबंधित विभाग को दी। गौरतलब है कि पहाड़ी पर अम्बा माता, भगवान विष्णु व लक्ष्मीजी की एक-एक प्रतिमा के अलावा एक घंटी मिली थी।
जंगल में मूर्तियां निकलने के बाद उमड़ा श्रद्धा का ज्वार, हकीकत जानने के लिए पुरातत्व विभाग की टीम करेगी जांच
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