सीकर/फतेहपुर. माता-पिता का सपना होता है कि वह अपनी लाड़ली बिटिया की शादी धूमधाम से कर ससुराल के लिए विदा करे। लेकिन आर्थिक तंगी के चलते कई माता-पिता का यह सपना पूरा नहीं हो पाता है। ऐसे में महबूब देवड़ा परिवार ने ऐसे 21 निर्धन मुस्लिम परिवारों की बेटियों का सामूहिक निकाह फतेहपुर के देवड़ा गार्डन में रविवार को आयोजित किया। इतना ही नहीं परिवार ने इन 21 जोड़ों के निकाह के बंधन में बंधने के बाद गृहस्थी का सामान भी दिया। भामाशाह महबूब देवड़ा ने अपनी बेटी अनिसा के निकाह के तुरन्त बाद पूरे परिवार के साथ कमजोर वर्ग की ऐसी बेटियों के निकाह की तैयारी में लगे थे। उनके इस कार्य को अंजाम तक पहुंचाने के लिए करीब 100 से अधिक कार्यकर्ताओं की टीम मुस्तैद रही। भामशाह महबूब देवड़ा शुरू से ही अपने व्यवसाय के साथ विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं से सक्रिय रूप से जुड़े हैं तथा अनेक सेवा कार्यो को अंजाम दे चुके हैं। लेकिन इस बार उन्होंने 21 बेटियों का सामूहिक निकाह करवाकर समाज के सामने एक मिसाल पेश की है। इज्तिमाई निकाह सम्मेलन में अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ, जन अभाव अभियोग निराकरण मंत्री सालेह मोहम्मद, विधायक हाकम अली खां, नगर पालिका अध्यक्ष मुस्ताक नजमी ने भी शिरकत की। निकाह के लिए 33 आवेदन मिले थे जिनमें से 21 आवेदन का चयन किया गया। 21 जोड़ों का निकाह उनके वालिदों व फतेहपुर के मोजिज हजरतों के सामने फतेहपुर शहर काजी गुलाम मुर्तजा अशरफी ने कराया। निकाह पढ़कर कुल 21 जोड़ों को परस्पर जीवन भर साथ निभाने की शपथ दिलाई।
सुई से लेकर सोना तक किया भेंट
21 जोड़ों को सुई से लेकर सोने तक की वस्तु दी गई। दुल्हन के लिए सोने का हार ,चांदी की पायजेब, दूल्हे को सोने की अंगूठी, अलमारी, बेड, सिलाई मशीन, मिक्सी मशीन, बर्तन, गैस चूल्हा, दूल्हा-दुल्हन के कपड़े सहित जरूरत का समान दियागया।
देश के अलग अलग राज्यों की बेटियों का निकाहदेवड़ा परिवार ने सामूहिक निकाह के लिए केवल राजस्थान ही नहीं देश के कई राज्यों की बेटियों का चयन पात्रता के आधार पर किया। इनमें राजस्थान के सीकर, चूरू, झुंझुंनू, जयपुर, बीकानेर, टोंक, पाली के अलावा उत्तरप्रदेश व मध्यप्रदेश सहित कई राज्यों की बेटियां शामिल रही।
बेटी के बाद भामाशाह ने करवाया 21 बेटियों का सामूहिक निकाह, पेश की अनूठी मिसाल
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