Modi सरकार में नवनियुक्त दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘हम चालू वर्ष में स्पेक्ट्रम की नीलामी करेंगे।’ 100 दिनों में 5-जी का परीक्षण, पांच लाख वाईफाई हॉट स्पॉट पर तेजी से काम करना और दूरसंचार विनिर्माण को बढ़ावा देना उनके प्राथमिक मुद्दों में शामिल होंगे।
आजकल राजस्थान :नई दिल्ली ,मोदी केबिनेट में नव नियुक्त दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को 5-जी इंटरनेट, स्पेक्ट्रम नीलामी और सोशल मीडिया संबंधी कई घोषणाएं की। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि चालू वर्ष में 5-जी और अन्य बैंड के लिए स्पेक्ट्रम की नीलामी की जाएगी। इसके लिए दूरसंचार निगमों को प्रोफेशनल तौर पर सहयोग की भावना से काम करना होगा।
रविशंकर प्रसाद ने अपनी प्राथमिकता पूछने पर कहा कि ‘हम चालू वर्ष में स्पेक्ट्रम की नीलामी करेंगे.’ 100 दिनों में 5-जी का परीक्षण, पांच लाख वाईफाई हॉट स्पॉट पर तेजी से काम करना और दूरसंचार विनिर्माण को बढ़ावा देना उनके प्राथमिक मुद्दों में शामिल हैं।
दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि 5जी और अन्य बैंड के लिए स्पेक्ट्रम की नीलामी इसी साल की जाएगी और अगले 100 दिनों में 5जी का परीक्षण शुरू करने का हमनें लक्ष्य रखा है। इसके साथ ही संकट में घिरी सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लि. (बीएसएनएल) और महानगर टेलीफोन निगम लि. (एमटीएनएल) का पुनरुद्धार किया जाएगा। ये सरकार की प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर है।
विदेशी व चीनी दूरसंचार कंपनी हुवावेई को 5-जी परीक्षण में शामिल होने की अनुमति देने संबंधी सवाल के जवाब में प्रसाद ने कहा कि सुरक्षा पहलुओं को ध्यान में रखते हुए इस मुद्दे की जटिलता पर गौर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नीलामी करने के लिए हमारे पास पर्याप्त स्पेक्ट्रम उपलब्ध हैं।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने 8,644 मेगाहट्र्ज दूरसंचार फ्रीक्वेंसी की नीलामी करने की सिफारिश की है. इसमें 5-जी स्पेक्ट्रम की नीलामी भी शामिल है। इसका कुल अनुमानित मूल्य 4.9 लाख करोड़ रुपये है। हालांकि इसपर उद्योग का कहना है कि यह कीमत अधिक है। इससे उनपर और दबाव पड़ेगा।
प्रसाद ने कहा कि स्पेक्ट्रम की नीलामी पर ट्राई ने अपनी सिफारिशें दे दी हैं। हमारे पास स्थाई और वित्त समिति की व्यवस्था है। वे लोग स्पेक्ट्रम की नीलामी पर गौर कर रहे हैं।
प्रसाद ने कहा कि 5 लाख वाईफाई हॉट स्पाट्स के लिए भी तेजी से काम किया जा रहा है. देश में दूरसंचार विनिर्माण को बढ़ाना देने की कोशिश है।
सोशियल मीडिया कम्पनियों पर विशेष ध्यान व सख्ती:- रविशंकर प्रसाद ने कहा कि इसके साथ ही सोशल मीडिया कंपनियों पर सख्ती बरतने की कोशिश की जा रही है. उन्हें संवैधानिक मर्यादा में रहने के लिए कहा जा रहा है. साथ ही उन्हें आगाह किया जा रहा है कि उनके प्लेट फार्म का उपयोग आतंकवाद और संप्रदायवाद के लिए न किया जाए।
रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘हम सभी के बोलने और अभिव्यक्ति की आजादी का सम्मान करते हैं. यह हम सबके लिए महत्वपूर्ण और संवैधानिक अधिकार है. इसके साथ ही हमें आपत्तिजनक कंटेंट पर भी ध्यान देना होगा. हालांकि इससे पहले भी प्रसाद सोशल मीडिया पर कड़ा रुख अपना चुके हैं।