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बंगाल में आर-पार की जंग: मोदी ने कहा-सत्ता के मद में चूर हैं दीदी, ममता ने कहा-जेल भेज दूंगी मोदी को

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कोलकाता में मंगलवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो में भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों के बीच हुई हिंसक झ़़डपों के बाद एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा के शीर्ष नेताओं ने मोर्चा संभाला तो दूसरी तरफ नेशनल कांफ्रेंस, बसपा और एनसीपी ममता बनर्जी के पक्ष में ख़़डे दिखाई दिए। गुरुवार को अंतिम दौर की चुनावी सभाओं में मोदी और ममता ने एक-दूसरे पर वार पर वार किए। इसके साथ ही राज्य में 19 घंटे पहले रात 10 बजे प्रचार थम गया।

उप्र से ही शुरू कर दिए मोदी ने ममता पर हमले

बुधवार को ममता बनर्जी के आरोपों का जवाब मोदी ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के मऊ में अपनी पहली चुनावी सभा में दिया। ममता ने कहा था कि वह मोदी को बंगाल की संस्कृति से खेलने नहीं देंगी, भले ही उनकी जान क्यों न चली जाए। मऊ में प्रधानमंत्री ने उप्र के महागठबंधन पर तो निशाना साधा ही, ममता बनर्जी को भी घेरा। उन्होंने कहा तृणमूल अराजकता फैला रही है। वहां की मुख्यमंत्री सत्ता मद में चूर हैं। समाज सुधारक ईश्वरचंद्र विद्यासागर की मूर्ति तो़ड़ी गई, भाजपा अब पंचधातु की मूर्ति लगवाकर गरीबों व महिलाओं के अधिकार की बात करने वाले सुधारक को सम्मान देगी।

दीदी, बंगाल आपकी जागीर नहीं

उप्र में मऊ के अलावा चंदौली और मीरजापुर में रैली करने के बाद मोदी ने बंगाल में दक्षिण 24 परगना जिले के मथुरापुर संसदीय क्षेत्र और दमदम में सभाएं की। उन्होंने यहां भी ममता पर हमले जारी रखे। कहा-दीदी, यह पश्चिम बंगाल आपकी और आपके भतीजे की जागीर नहीं है। ये मां भारती का अटूट अंश है। बोले, यह देश सब कुछ स्वीकार कर सकता है, लेकिन अहंकार किसी का भी नहीं।

मोदी ने कहा, उप्र, बिहार, ओडिशा से जीविका कमाने बंगाल आने वाले लोगों से आपको समस्या है, लेकिन सीमा लांघ कर यहां आने वाले घुसपैठियों से आपको समस्या नहीं है। आरोप साबित करें वर्ना जेल भेज देंगे ईश्वरचंद्र विद्यासागर की मूर्ति तो़़डे जाने के मोदी के आरोप से भ़़डकी ममता ने उनको चुनौती दी कि वह आरोपों को साबित करें वरना उन्हें जेल भेज देंगे।

ममता दक्षिण 24 परगना जिले के मथुरापुर संसदीय क्षेत्र में जनसभा को संबोधित कर रही थीं। ममता यहीं नहीं रुकीं, बोलीं, ‘प्रधानमंत्री कहते हैं कि वह विद्यासागर की मूर्ति बनवाएंगे। बंगाल के पास मूर्ति बनवाने के लिए पैसे हैं। क्या वह 200 साल पुरानी धरोहर को लौटा सकते हैं? हमारे पास सबूत है और आप कहते हैं कि तृणमूल ने किया है। क्या आपको शर्म नहीं आती है? इतना झूठ बोलने के लिए उनको उठक-बैठक करनी चाहिए। मैं जो कह रही हूं उसके लिए जेल जाने को भी तैयार हूं।’

ममता ने चुनाव आयोग को भी नहीं बख्शा

ममता ने कहा कि चुनाव आयोग भाजपा का भाई है। आज देश में हर कोई कह रहा है कि भाजपा ने चुनाव आयोग को खरीद लिया है।

ममता के पक्ष में आया विपक्ष

भाजपा-आरएसएस जिम्मेदार

बसपा बसपा अध्यक्ष मायावती ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बचाव करते हुए भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में भाजपा के दबाव में निर्वाचन आयोग ने निर्धारित अवधि से एक दिन पूर्व प्रचार रोक दिया। उन्होंने बंगाल के हालात के लिए भाजपा और आरएसएस को जिम्मेदार ठहराया।

चुनाव आयोग ने खोई स्वतंत्रता

कांग्रेस कांग्रेस ने कहा कि चुनाव आयोग सत्ताधारी दल का नुमाइंदा बनकर अपनी स्वतंत्रता खो चुका है। आयोग ने जो पक्षपाती रवैया अपनाया है उससे इसकी विश्वसनीयता खत्म हो गई है। इसीलिए समय आ गया है कि चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति प्रक्रिया पर नए सिरे से विचार किया जाए। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि चुनाव अभियान खत्म होने से 20 घंटे पहले पश्चिम बंगाल में प्रचार पर रोक लगाना संसदीय लोकतंत्र के इतिहास का काला अध्याय है।

भाजपा की कोशिश व्यर्थ जाएगी

नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया कि पश्चिम बंगाल में मतदाताओं को सांप्रदायिक आधार पर बांटने की भाजपा की कोशिश व्यर्थ जाएगी।

भाजपा पैदा कर रही आपातकाल जैसी स्थिति

राकांपा महाराष्ट्र प्रदेश राकांपा के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने बंगाल में हिंसा के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि भाजपा राज्य में आपातकाल जैसी स्थिति पैदा कर रही है।

पूर्व कमिश्नर राजीव कुमार पहुंचे गृह मंत्रालय, गिरफ्तारी पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आज

चिटफंड घोटाले से लेकर चुनावी हिंसा के आरोपों पर घिरे पश्चिम बंगाल के एडीजी ([सीआईडी)] राजीव कुमार आखिरकार पश्चिम बंगाल से बाहर आ गए हैं। चुनाव आयोग के ऐतिहासिक आदेश के बाद कोलकाता के पूर्व पुलिस आयुक्त ([सीपी)] राजीव कुमार ने गुरवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय में हाजिरी लगाई। उन्होंने गृह सचिव राजीव गौबा को रिपोर्ट किया। वहीं, दूसरी ओर चिटफंड घोटाले में राजीव कुमार की गिरफ्तारी पर सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को फैसला सुनाएगी।

मंगलवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोडशो पर हमले के बाद चुनाव आयोग ने अपनी संवैधानिक शक्ति का प्रयोग करते हुए राजीव कुमार को तत्काल प्रभाव से पश्चिम बंगाल छो़़डने और केंद्रीय गृह मंत्रालय में रिपोर्ट करने का आदेश दिया था। इसके बाद राजीव कुमार के पास केंद्रीय गृह मंत्रालय में रिपोर्ट करने के अलावा कोई और चारा नहीं बचा था।

गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राजीव कुमार को फिलहाल कोई पद नहीं देकर प्रतीक्षा सूची में रखा गया है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने चुनाव आचार संहिता लागू रहने तक के लिए राजीव कुमार को गृह मंत्रालय से संबद्ध किया है। जाहिर है चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद उनका वापस पश्चिम बंगाल जाना तय माना जा रहा है। इसे देखते हुए उन्हें कोई पद नहीं दिया गया है।

अभी गिरफ्तारी पर अंतरिम रोक

दूसरी ओर, चिटफंड घोटाले में राजीव कुमार की गिरफ्तारी और हिरासत में लेकर पूछताछ पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट फैसला सुनाएगा। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने राजीव कुमार की गिरफ्तारी पर अंतरिम रोक लगा रखी है। लेकिन सीबीआई का कहना है कि उनसे हिरासत में पूछताछ करना जरूरी है। इसके लिए जांच एजेंसी ने सुप्रीम कोर्ट से इजाजत मांगी थी। यदि सुप्रीम कोर्ट राजीव कुमार से हिरासत में पूछताछ की अनुमति देता है तो उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक सकती है।

मालूम हो राजीव कुमार वही आईपीएस अधिकारी हैं जिनसे शारदा चिटफंड घोटाले में सीबीआई ने पूछताछ की थी। इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सीबीआई के इस प्रयास के विरोध में 70 घंटे तक धरना भी दिया था।

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