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शहीदों की बदौलत हम महफूज

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सीकर. केशर नगर कोलीड़ा में मंगलवार को शहीद केशरदेव मील की 48 वीं पुण्यतिथि श्रद्धापूर्वक मनाई गई। इस मौके पर शहीद स्मारक पर अतिथियों ने शहीद प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनको याद किया। इस अवसर पर शहीद मेले का आयोजन किया गया। इसमें शहीद वीरांगना सिणगारी देवी व भंवरी देवी का शॉल ओढ़ा कर अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि आर्मी सेवा कोर के पूर्व वरिष्ठ कर्नल कमांडेंट ले. जनरल एपीएस कटेवा ने कहा कि सैनिक अपनी जान की परवाह किए बिना लड़ाई में जाते हैं। और देश की रक्षा के लिए शहादत देते हैं। शहीदों का सम्मान करना सभी का धर्म है। पूर्व जिला एवं सतर््न्यायाधीश फूलचंद झाझडिय़ा ने कहा कि सीमा पर सैनिक दिन रात पहरेदारी करते हैं तभी हम सुख शांति से रह पाते हैं। समारोह के अध्यक्ष सैनिक कल्याण विभाग के पूर्व अतिरिक्त निदेशक कर्नल राजेश भूकर ने कहा कि शहीद देश का गौरव होते हैं। शहीदों की पुण्य तिथि पर होने वाले कार्यक्रमों से लोगों को प्रेरणा मिलती है।
इस अवसर पर कैप्टेन रामलाल सिंह मील ने शहीद केशरदेव मील की शहादत का वर्णन किया। राजकीय सीनियर स्कूल कोलीड़ा की छात्र मुस्कान बानो ने ऐ मेरे वतन के लोगों गीत प्रस्तुत किया। शिक्षक व लोक गायक सुल्तानसिंह सुंडा ने धोरां वाला देश जाग रे .. गीत व कूदन आंदोलन की गाथा गाकर सुनाई। कार्यक्रम में राष्ट्रीय खिलाड़ी पंकज के पिता विनोद कु मार को भी सम्मानित किया गया। इस मौके पर शिक्षाविद् दयाराम महरिया, शहीद के भाई बनवारीलाल मील, शहीद जेपी चलका के पिता शिशुपालसिंह चलका, दिनेश शर्मा, रामावतार मील, गोरधन मील, महादेवाराम मील, टीकूराम मील, कैप्टेन भोलाराम मील, दयाराम मील सहित कई गणमान्य लोग व गौरव सेनानी उपस्थित रहे। संचालन सुमेरसिंह ख्यालिया ने किया। बच्चों ने दिखाई प्रतिभालक्ष्मणगढ़. भारत-चीन युद्ध में 1971 में शहीद हुए नरोदड़ा गांव के लाड़ले मोहन सिंह का 48वां शहादत दिवस मंगलवार को शौर्य उत्सव के रूप में मनाया गया। इस मौके पर बच्चों के लिए खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। विजेताओं को शहीद के परिजनों की ओर से पुरस्कार दिए गए। शहीद स्मारक पर आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने शहीद मोहनसिंह के अदम्य साहस का वर्णन करते हुए उनको देवता समान पूजने की बात कही। कार्यक्रम में शिक्षा उप निदेशक भंवरलाल जांगिड़, सेवानिवृत्त थानाधिकारी भागीरथ ख्यालिया, सरपंच महेंद्र सिंह ख्यालिया, शिक्षाविद जीताराम भूकर,फूलसिंह ख्यालिया, प्रहलाद जांगिड़, रामस्वरूप बिरड़ा, राकेश भूकर व राजेश भूकर ने विचार व्यक्त किए। ग्रामीणों ने गांव के राजकीय विद्यालय का नामकरण शहीद के नाम पर करने पर राज्य सरकार का आभार जताया। इस अवसर पर शहीद परिवार के भगवाना राम, रामूराम, बैंक मैनेजर केशरदेव, सूबेदार श्रवण कुमार, शीशपाल फौजी, संजीव, रामकुमार, मुकेश, राजेश, कैप्टेन शिवराम सिंह, अमृत ख्यालिया, रामचंद्र हवलदार, राजेश कंपाउंडर, शिक्षाविद रामेश्वर सिंह, सहित काफी ग्रामीण मौजूद थे।

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