सीकर. शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा केे आवास पर मांगों का ज्ञापन देना आज कुछ व्याख्याताओं पर भारी पड़ गया। स्कूल समय में ज्ञापन देने पहुंचने पर शिक्षा मंत्री डोटासरा उन पर बिफर गए। व्यख्याताओं को फटकारते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों को पढ़ाने के समय ज्ञापन देते हुए आपको शर्म आनी चाहिए। कहा कि ज्ञापन देने का ये कौनसा तरीका है। आप लोगों को शिक्षक किसने बना दिया! इतना ही नहीं जब शिक्षकों ने स्कूल से छुट्टी लेकर आने की बात कही तो शिक्षा मंत्री ने तुरंत पीए को इसकी जांच करने के आदेश देते हुए उन्हें अपने आवास पर ही बिठा लिया। चेतावनी भी दी कि यदि उनका छुट्टी लेकर नहीं आना सामने आया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा शुक्रवार को सीकर दौरे पर थे। इस दौरान सुबह वह अपने सीकर स्थित आवास पर थे। इसी दौरान व्याख्याता उन्हें ज्ञापन देने घर पहुंच गए थे।
शिक्षकों में हो बच्चों के भविष्य की चिंताशिक्षा राज्य मंत्री डोटासरा ने बाद में मीडिया से भी मामले में बात की। उन्होंने कहा कि बोर्ड परीक्षाओं के समय व्याख्याताओं का बच्चों को इस तरह छोड़कर आना सही कदम नहीं है। शिक्षकों से उम्मीद की जाती है कि वह बच्चों के भविष्य के बारे पहले सोचे। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के लिए उनके दरवाजे हमेशा खुले हैं। लेकिन, उसका समय भी सही होना चाहिए।
संस्था प्रधानों को बांटे लैपटॉपशिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने शुक्रवार को अपने आवास पर जिले के क्रमोन्नत हुए 15 सरकारी विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को लैपटॉप भी बांटे। इस अवसर पर डोटासरा ने प्रदेश में क्वालिटी एजुकेशन को बढ़ावा दिए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि क्रमोन्नत सरकारी स्कूलों में ऑनलाइन कार्य व पढ़ाई हो सके इसके लिए आईसीटी लैब व लैपटॉप उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा में नवाचार की वजह से सरकारी विद्यालयों में नामांकन बढऩे के साथ प्रदेश क्वालिटी एजुकेशन में दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। इस दौरान एडीपीसी रिछपाल मील, एपीसी विक्रम सिंह, पीओ बबलेश धींवा तथा कई संस्थान प्रधान उपस्थित रहे।
VIDEO: देखें शिक्षा राज्य मंत्री डोटासरा ने घर आए व्याख्याताओं को कैसे जमकर लगाई फटकार
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