सीकर. राजस्थान के सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ तहसील के मंगलूणा गांव में कोविड से लगातार हो रही मौतों की खबरों के बीच कलक्टर अविचल चतुर्वेदी रविवार को गांव पहुंचे। यहां उन्होंने ग्रामीणों से मामले में बात की। उन परिवारों में भी पूछताछ की जहां मौत होने की जानकारी मिली। इस दौरान कलक्टर चतुर्वेदी ने बताया कि गांव में कोविड से 25 मौतों की जानकारी मिली थी। लेकिन, पूछताछ में गांव 5-6 मौत ही कोविड लक्षणों से होना सामने आया है। बाकी मौतों की वजह उम्र या अन्य बीमारियां बताई गई है। उन्होंने कहा कि फिर भी एहतियात के तौर पर गांव में सर्वे व सैंपलिंग को बढ़ा दिया गया है। उपलब्धता के आधार पर वैक्सीनेशन भी करवाया जाएगा।
ग्रामीणों ने कहा बनाया जा रहा डर का माहौलइधर, कुछ ग्रामीणों ने भी गांव में कोरोना से मौतें बढऩे की खबरों को झूठा बताया। उनका कहना था कि गांव में कोरोना से केवल 3 मौत हुई है। बाकी मौतें स्वभाविक थी। उनका कहना था कि कोरोना के नाम पर गांव में जानबूझकर डर का माहौल बनाया जा रहा है।
तहसीलदार ने की समीक्षाइससे पहले मंगलूणा गांव में शनिवार को तहसीलदार भीमसेन सैनी ने कोविड समीक्षा बैठक ली। बैठक में सरपंच, ग्राम विकास अधिकारी, आगनबाड़ी सहायिका, चिकित्साकर्मी व कोर कमेटी के सदस्यों समेत कई लोग शामिल रहे। बैठक में तहसीलदार ने गांव में कोरोना लक्षण वाले लोगों को आइसोलेट करने व उनकी जांच कर तत्परता से उपचार किये जाने के निर्देश दिये। गांव में पिछले पन्द्रह दिनों में 17 लोगों की मौत होना सामने आया था। हालांकि प्रशासन का माना कि सभी मौतें कोरोना से नहीं हुई है। केवल तीन मृतकों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो पाई है। शनिवार को डोर-टू-डोर सर्वे में कई कोरोना लक्षणों वाले लोग सामने आये। तहसीलदार ने बताया कि शनिवार को पीएचसी में 49 लोगों की सैम्पलिंग की गई। चिकित्साधिकारी डॉ वसीम अहमद ने बताया कि अब तक 18 लोग पॉजिटिव आये थे। जिनमें से 14 लोग उपचार के बाद नेगेटिव हो चुके है। बाकी को होम आइशोलेशन में रखा गया है।
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