सीकर. बढ़ते कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच भी निजी कॉलेज संचालक बाज नहीं आ रहे। राजस्थान सरकार के जन अनुशासन पखवाड़े को धत्ता साबित कर सीकर के श्रीमाधोपुर कस्बे में सोमवार को एक निजी कॉलेज संचालित मिला। जिसके दो कमरों में कक्षा संचालन व फार्म जमा करवाने का कार्य जारी था। सूचना पर तहसीलदार महिपाल सिंह की अगुआई में पुलिस व प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। जिसके बाद कॉलेज को 3 मई तक सीज कर दिया गया। कॉलेज संचालक पर विद्यार्थियों से जबरदस्ती फाइन लेने का भी आरोप है।
शिकायत पर पहुंची टीम, रद्द होगी मान्यताश्रीमाधोपुर तहसीलदार महिपाल सिंह ने बताया कि कस्बे की आत्माराम बीएड कॉलेज में शैक्षणिक गतिविधियां चालू होने की सूचना मिली थी। इस पर सुबह करीब 11 बजे वे थानाधिकारी दातार सिंह व राजस्व टीम के साथ मौके पर पहुंचे। कॉलेज का निरीक्षण किया तो कॉलेज में करीब 25 से 30 विद्यार्थी तथा 10 कर्मचारी मौजूद मिले। दो कमरों में कक्षा संचालन होता पाया गया। जिसके बाद कॉलेज स्टाफ व विद्यार्थियों कोरोना गाइडलाइन की पालना की हिदायत के साथ घर भेजकर कॉलेज को सीज कर दिया गया। तहसीलदार ने बताया कि अब भी कॉलेज खुलती है तो उसकी मान्यता रद्द करने की कार्रवाई की जाएगी।
अनावश्यक फाइन व दबंगई का आरोपअभिभावकों ने कॉलेज पर अनावश्क फाइन लगाने का आरोप भी लगाया है। आरोप है कि कॉलेज में समय पर नहीं आने, फीस व यूनिफॉर्म को लेकर अनावश्यक फाइन लगाए जाते हैं। स्टाफ भी विद्यार्थियों व अभिभावकों से बद्तमीजी से बात करता है। निरीक्षण के लिए गए तहसीलदार का भी कहना है कि कॉलेज में निरीक्षण के दौरान स्टाफ ने उन्हें ऊटपटांग जवाब दिए।
बीएड के फॉर्म जमा करने का तर्कइधर, कॉलेज खोलने के पीछे स्टाफ ने बीएड परीक्षा के फार्म जमा करवाने का तर्क दिया है। स्टाफ ने बताया कि फार्म जमा करवाने की अंतिम तिथि 20 अप्रेल होने की वजह से उन्हें बुलाया गया था। गौर हो कि बीएड फॉर्म की आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन है, जिसकी हार्ड कॉपी कॉलेज में जमा करवानी है।
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