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VIDEO. आश्रम में गेहूं की आड़ में मिली अफीम की खेती, 2660 पौधों के साथ आरोपी गिरफ्तार

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सीकर. राजस्थान के सीकर जिले के अजीतगढ़ कस्बे के एक आश्रम में गेहूं की खेती की आड़ में अवैध अफीम की खेती का मामला सामने आया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने के साथ 2660 हरे पौधों को जब्त किया है। जिनका वजन 61 किलो 800 ग्राम मिला है।
ये है मामलाअजीतगढ़ थाना प्रभारी सवाईसिंह ने बताया कि पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि सूरवाला तन सुरानी मे गेहूं की फसल की आड़ में अवैध रूप से अफीम की खेती हो रही है। इस पर पुलिस की टीम का गठन कर डा. एसडी रायपुरिया तथा दिवराला भू अभिलेख निरीक्षक धन्नाराम के साथ मौके पर भेजा गया। जहां सुरवाला में सिद्धि ऋषि उदासीन निर्वाण आश्रम में आरोपी सीताराम रैगर द्वारा गेहूं की खेती की आड़ में अफीम की खेती करना सामने आया। यहां पुलिस को 2660 हरे पौधे डोडे सहित मिले। जिनका कुल वजन 61 किलो 800 ग्राम मिला। पुलिस ने पौधों को जब्त कर आरोपी सीताराम रैगर को गिरफ्तार कर मामले की जांच शुरू कर दी है। इस दौरान थाना प्रभारी सवाई सिंह, हेड कांस्टेबल सुंडाराम, कांस्टेबल देशराज, जितेंद्र कुमार राजेंद्र कुमार, बृजेश कुमार, राजू व अशोक कुमार सहित कई लोग मौजूद रहे।
पंजाब रहता है संचालक बाबाजानकारी के अनुसार आश्रम संचालक पंजाब में रहते हैं। जो कभी कभार आश्रम आते हैं। पकड़ा गया आरोपी आश्रम में खेती- बाड़ी का काम करता है। ऐसे में जांच का विषय है कि क्या आश्रम संचालक बाबा की शह पर ही तो अफीम की खेती नहीं हो रही थी?
सरपंच पांच साल के लिए अयोग्यसीकर. खंडेला के दूधवालों का बास की पूर्व सरपंच अभिलाषा को पद का दुरुपयोग कर नियम विरुद्ध वारिस नामा प्रमाण पत्र जारी करने के मामले में पांच साल तक चुनाव के लिए अयोग्य घोषित किया गया है। संभागीय आयुक्त डॉ समित शर्मा ने इसके आदेश जारी किए हैं। ग्रामीणों ने 2019 में पूर्व सरपंच अभिलाषा के खिलाफ पद का दुरुपयोग कर नियम विरुद्ध वारिस नामा प्रमाण पत्र जारी करने के संबंध में संभागीय आयुक्त को शिकायत दर्ज करवाई थी। इस पर संभागीय आयुक्त ने खंडेला एसडीओ से मामले की जांच करवाई थी। जांच के आधार पर संभागीय आयुक्त ने पूर्व सरपंच को दोषी मानते हुए आरोप पत्र थमाया तथा जिला परिषद सीईओ से विस्तृत जांच करवाई। जिसमें सरपंच का वारिसनामा अवैध पाया गया। अधिवक्ता संदीप कलवानिया ने बताया कि शिकायत के बावजूद प्रकरण में विभागीय कार्रवाई नहीं होने से हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी। अभिलाषा के सास-ससुर मुरारी लाल एवं ललीता भी दुधवालों का बास के सरपंच पद पर रह चुके हैं।
 

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