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VIDEO. साढ़े तीन घंटे से बरसात व ओलावृष्टि जारी, किसानों की बढ़ी चिंता

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सीकर. राजस्थान के सीकर जिले में सुबह से शुरू हुआ बरसात का दौर पिछले साढ़े तीन घंटों से जारी है। जिले के सीकर शहर, पाटोदा, लक्ष्मणगढ़ रुक रुक कर धीरे तो कभी तेज बरसात हो रही है। लक्ष्मणगढ़ व आसपास के कई इलाकों में ओलावृष्टि भी हुई है। इससे कुछ निचले इलाकों में पानी भर गया है। वहीं, ओलों से किसानों को फसल बर्बादी की चिंता भी सताने लगी है। गौरतलब है कि अंचल में सोमवार से ही मौसम में बदलाव शुरू हो गया था। सोमवार को सीकर, पलसाना, श्रीमाधोपुर सहित कई जगह अंाधी व हल्की बूंदाबांदी देखने को मिली थी। जो रात को मध्यम गति की बरसात में तब्दील हो गई। इसके बाद अल सुबह धूल से भरी आंधी के बाद करीब सवा आठ बजे से गरज के साथ बरसात का दौर शुरू हो गया। जो अब भी रुक रुक कर जारी है।
धूल से भरा वातावरणसीकर में मंगलवार सुबह की शुरुआत धूल भरी आंधी से हुई। वातावरण में हर ओर धूल ही धूल नजर आई। घरों में भी चारों ओर मिट्टी ही मिट्टी जम गई। करीब सवा आठ बजे तक यही दौर जारी रहा। इसके बाद तेज गरज के साथ बरसात हुई। जिसका दौर अब भी रुक रुक कर जारी है।
बरसात व ओलावृष्टि का अलर्टइधर, मौसम विभाग के अनुसार बरसात की गतिविधी बुधवार तक जारी रहेगी। पश्चिम विक्षोभ के चलते इसका असर पंजाब के अधिकांश इलाकों, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर, उत्तरी और उत्तर पश्चिमी तथा उत्तर पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रहेगा।
इस वजह से हो रही बरसातस्काईमेट वेदर रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान समय में एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर के पास बना है। जबकि एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत की तरफ बढ़ते हुए उत्तरी पाकिस्तान पर पहुंचा है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से विकसित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर पश्चिमी राजस्थान के ऊपर है और एक चक्रवाती सिस्टम दक्षिण-पूर्वी मध्य प्रदेश के ऊपर बना हुआ है। इन सभी सिस्टमों के प्रभाव से बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और पश्चिमी विक्षोभ तीनों तरफ से आद्र्र हवाएँ उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में आ रही हैं। यही कारण है कि यहां पर बारिश का मौसम बना है।
गिरेगा तापमानमौसम विभाग के अनुसार 24 मार्च के बाद यह पश्चिम विक्षोभ कमजोर हो जाएगा। इससे बारिश की गतिविधियां बंद हो जाएंगी। लेकिन 24 मार्च तक उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अधिकांश जगहों पर दिन के तापमान में व्यापक गिरावट दर्ज की जाएगी और कई स्थानों पर पारा सामान्य या सामान्य से भी नीचे चला जाएगा। 24 मार्च के बाद मौसम साफ होने पर तापमान में फिर से बढ़ोतरी शुरु हो सकती है। हालांकि ठंडी हवाएं बढ़ते हुए तापमान पर मार्च के आखिर तक नियंत्रण बनाए रखेंगी।

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