सीकर. कृषि काननों के विरोध में देश में किसान आंदोलन के छह महीने पूरे होने पर संयुक्त किसान मोर्चा ने बुधवार को काला दिवस मनाते हुए जिलेभर में केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कलेक्ट्रेट से लेकर जिले के गांव- कस्बों व टोल नाकों पर पीएम मोदी के पुतले फूंके गए। घरों व वाहनों पर काले झंडे फहराकर भी केंद्र सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया गया। कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन माकपा नेता पेमाराम व भारतीय किसान यूनियन टिकैट के जिलाध्यक्ष दिनेश जाखड़ की अगुआई में हुआ। जहां नारेबाजी के बीच पीएम मोदी का पुतला फूंककर कृषि बिलों को वापस लेने की मांग की गई।
कांग्रेस सेवादल ने रखा उपवासकृषि बिलों के विरोध व किसान आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस सेवादल के पदाधिकारीयो ने एक दिन का उपवास रखा। जिला सचिव जितेंद्र भोजासर ने बताया की जिलाध्यक्ष नरेन्द्र बाटड़ के नेतृत्व में जिलेभर में सेवादल के पदाधिकारियो ने अपने अपने घरो व कार्यालयों में बाहों में काली पट्टी बांधकर एक दिन का उपवास रखा। वर्चुअल सभा भी की। जिसमें जिलाध्यक्ष बाटड़ ने केंद्र सरकार को आमजन विरोधी बताया।
युवा कांग्रेस ने दिखाए काले झंडेकिसान आंदोलन के समर्थन में युवा कांग्रेस ने भी काला दिवस मनाया। इस दौरान मुकुल सिंह खीचड़ की अगुआई में कार्यकर्ताओं ने किसान सर्किल पर नारेबाजी करते हुए किसान आंदोलन का समर्थन किया। केंद्र सरकार को काले झंडे भी दिखाए। प्रदर्शन में विकास मूंड, विकास खीचड़, टिन्नू व रणजीत सहित कई लोग शामिल रहे।
देश बेचने में लगी सरकारकलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन के दौरान किसान नेताओं ने केंद्र सरकार पर जुबानी हमला भी किया। माकपा नेता पेमाराम ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की सुध लेने की बजाय देश को बेचने में लगी है। शिक्षा, सड़क, रेलवे और बैंक के बाद सरकार अब किसानों की जमीन बेचना चाहती है। जिसके विरोध में दिल्ली सहित देशभर में आंदोलन के बाद भी सरकार किसानों की सुध नहीं ले रही है। ऐसे में कोरोना संक्रमण कम होने के बाद फिर से किसान आंदोलन को तेज किया जाएगा। भारतीय किसान यूनियन टिकैत जिलाध्यक्ष दिनेश जाखड़ ने कहा कि किसानों की मांगों की अनदेखी करने वाली सरकार को किसानों ने अंधी व बहरी घोषित कर दिया है। जो कोरोना काल में आमजन की कमाई चौथाई होने पर भी पेट्रोल- डीजल व रसोई गैस सहित कई आवश्यक सेवाओं को महंगा कर रही है। उन्होंने लॉकडाउन में देश के पूंजीपतियों की आय बढऩे को लेकर भी सवाल उठाया।
टोल बूथों पर प्रदर्शन, वाहनों पर काल झंडेकृषि कानूनों के विरोध में जिले के रशीदपुरा, अखैपुरा व शाहपुरा सहित कई टोल बूथों पर भी किसानों ने काला दिवस मनाया। किसानों ने यहां भी काले झंडे फहराते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला फूंका। कृषि बिलों को वापस लेने की मांग पूरी नहीं होने तक आंदोलन जारी रखने व टोल संचालित नहीं होने देने की चेतावनी भी दी। काले दिवस के रूप में संयुक्त किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने घर की छतों व वाहनों पर काले झंडे लगाकर भी आक्रोश प्रकट किया।
चौमू तिराहे पर प्रदर्शनअजीतगढ़. कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संयुक्त मोर्चा ने ओम प्रकाश यादव के नेतृत्व में चौमूं तिराहे पर पीएम नरेंद्र मोदी का पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शित किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए बिल वापस लेने की मांग की। मांग नहीं माने जाने तक देशव्यापी आंदोलन जारी रखने की बात कही। इस मौके पर अनिल यादव, सुभाष गुर्जर, राजेंद्र सैनी, राम सिंह वर्मा भवानी जाखड़, लोकेश वर्मा, विजेंद्र सिंह, कैलाश यादव, जय राम, मोहन यादव समेत कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
VIDEO: कृषि कानूनों के विरोध में जगह- जगह फूंका पीएम का पुतला, छतों व वाहनों पर लगे काले झंडे
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