सीकर/पलसाना. राजस्थान के सीकर जिले के पलसाना कस्बे के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर कोरोना पॉजिटिव परिवार की महिलाओं और युवतियों से कथित अभद्रता का मामला सामने आया है। आरोप है कि चिकित्सकों ने अस्पताल बुलाने के बाद भी उनकी कोरोना जांच भी नहीं की। उधर, मामले में चिकित्सकों ने भी कुछ लोगों के खिलाफ राजकार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज करवाया है।
ये है मामलाजानकारी के अनुसार रायपुरा निवासी एक परिवार पिछले दिनों कोरोना संक्रमित हो गया था। ऐसे में अस्पताल की ओर से संक्रमित परिवार के लोगों को रिपीट सैम्पल के लिए अस्पताल में बुलाया गया था। जब तक परिवार के लोग अस्पताल पहुंचे तब तक सैम्पल लेने का काम बंद कर दिया गया था। ऐसे में सैंपल देने आए लोगों ने अस्पताल प्रबंधन पर परेशान करने का आरोप लगाकर इसका विरोध जताया। बाद में अन्य परिजन भी अस्पताल पहुंच गए। इस दौरान चिकित्सक एवं परिजनों के बीच कोरोना जांच को लेकर बहस हो गई। इस दौरान पुलिस व आसपास के लोग भी अस्पताल पहुंच गए और मामले में दोनों पक्षों से समझाइश कर शांत करवाया।
दोनों पक्षों ने दर्ज करवाए मामलेथानाधिकारी घासीराम मीणा ने बताया कि चिकित्सा अधिकारी डॉ नितेश शर्मा ने कुछ लोगों के खिलाफ राजकार्य बाधा का मामला दर्ज करवाया है। चिकित्सा अधिकारी ने रिपोर्ट में बताया कि कुछ लोग उनकी सीट पर आकर बैठ गए और उन्हें धमकाने लगे। उन्हें काम भी नहीं करने दिया। इधर दूसरे पक्ष के व्यक्ति ने मामला दर्ज करवाया है कि अस्पताल से फोन आने के बाद उसके परिवार की महिलाएं व युवतियां कोरोना जांच के लिए पलसाना अस्पताल गई थी। इस दौरान चिकित्सक डॉ नितेश शर्मा ने उनसे बदसलूकी व अभद्रता की। इसका विरोध किया तो धमकाने लगा। बाद में वे प्रभारी चिकित्सा अधिकारी से बात कर रहे तब फिर से चिकित्सक ने आकर बखेड़ा खड़ा कर उनको बिना सैंपल लिए ही बाहर निकाल दिया। बाद में सीएमएचओ से बात करने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने दोनों पक्षों की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर लिया है।
VIDEO: कोरोना जांच के लिए अस्पताल बुलाकर महिलाओं के साथ अभद्रता, मुकदमा दर्ज
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