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कोरोना से कम खतरनाक नहीं तम्बाकू, हर दिन हो रही मौतें | Aajkal Rajasthan
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कोरोना से कम खतरनाक नहीं तम्बाकू, हर दिन हो रही मौतें

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सीकर/ झुंझुनूं . हर तरफ कोरोना से मौत की चिंता हो रही है] लेकिन तम्बाकू भी कम खतरनाक नहीं है। तम्बाकू से भी आए दिन जान जा रही है। जानलेवा तम्बाकू के कारण कई परिवार हर वर्ष उजड़ रहे हैं। तम्बाकू से कैंसर बढ़ रहा है। फेफड़े समय से पहले जवाब दे रहे हैं। इन सभी बीमारियों के उपचार पर लाखों रुपए खर्च हो रहे हैं। अनेक परिवार बीमारियों का उपचार करवाते कर्ज में डूब रहे हैं। यह बीमारियां किसी भाई की कलाई सूनी कर रही है तो किसी मां से उसका लाडला छीन रही है। किसी की मांग का सिंदूर उजड़ रहा है तो कई जगह एक ही परिवार में अनेक व्यक्तियों की जान तम्बाकू जनित बीमारियों के कारण जा रही है।सरकार ने आंखें मूंदीविश्व के करीब सौ देशों में तम्बाकू नियंत्रण पर कार्य कर रही संस्था द यूनियन के तकनीकी सलाहकार डॉ प्रणय लाल का कहना है कि तम्बाकू से हर वर्ष हजारों जान जा रही है, लेकिन सरकार को इससे बड़ी मात्रा में टैक्स मिलता है इसलिए उसने आंखे मूंद रखी है। जबकि हकीकत यह है जो टैक्स मिल रहा है उससे ज्यादा खर्चा बीमारियों के इलाज पर हो रहा है। हम सभी को मिलकर लोगों को तम्बाकू के नुकसान बताने चाहिए।यह सर्वे भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय, विश्व स्वास्थ्य संगठन और और टीआइएसएस के सहयोग से किया गया था। इसे ग्लोबल एडल्ट टोबेको सर्वे नाम दिया गया था। यह सर्वे पूरे भारत में हुआ। यह सर्वे वर्ष 2016-17 में हुआ था। उसके अनुपात में व जनसंख्या को देखते हुए वर्ष 2020-21 में आंकड़ों का अनुमान तम्बाकू से बीमारियों का उपचार करने वाले कैंसर के एक्सपर्ट चिकित्सकों व झुंझुनूं की शिक्षित रोजगार केन्द्र प्रबंध समिति के एक्सपर्ट ने निकाला है।प्रदेश की तस्वीरकरीब 2.03 करोड़ लोग कर रहे तम्बाकू का सेवनपुरुष 1.65 करोड़महिला 0.38 करोड़ये है समाधानतम्बाकू बनाने के कारखाने ही बंद किए जाएं।अभी तंबाकू सर्वसुलभ है। इसे रोका जाए। लाइसेंस दिए जाएं।छोडऩे के लाभ बताएं। इसके लिए जनजागरण चलाएं।तम्बाकू के नुकसान बताएं।तम्बाकू उपचार व्यवस्था निशुल्क हो।ऐसे उपचार केन्द्र जगह-जगह खोले जाएं।एक्सपर्ट व्यूग्लोबल एडल्ट टोबेको सर्वे के आधार पर हमने और हमारे एक्सपर्ट ने अनुमान लगाया है कि राजस्थान में हर दिन 243 जान तम्बाकू जनित बीमारियों से जा रही है। इस साल हमें तम्बाकू छोडऩे व छुड़वाने का संकल्प करना चाहिए। राजन चौधरी, सचिव, शिक्षित रोजगार केंद्र प्रबंध समिति, झुंझुनूंवर्ष 2016-17 में हुए ग्लोबल एडल्ट टोबेको सर्वे के आधार पर हमने और हमारे एक्सपर्ट ने अनुमान लगाया है। जिसके अनुसार राजस्थान में हर दिन तम्बाकू जनित बीमारियों से करीब 243 मौत हो रही है। सभी को मिलकर तम्बाकू के खिलाफ बड़ी जंग छेडऩी चाहिए। डॉ राकेश गुप्ता, अध्यक्ष, राजस्थान कैंसर फाउंडेशन जयपुर एवं कैंसर रोग विशेषज्ञ

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