सीकर. राजस्थान के सीकर जिले में मंगलवार को कोरोना के तीन नए मरीज मिले। जबकि दो पूर्व संक्रमित मरीज स्वस्थ हुए। इसके बाद जिले में कोरोना के कुल मरीजों की संख्या 9509 तथा स्वस्था मरीजों की संख्या 9373 हो गई। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मंगलवार को फतेहपुर, लक्ष्मणगढ और खण्डेला ब्लॉक में 1-1 व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया। जिनका उपचार शुरू कर दिया गया है। आंकड़ों के अनुसार जिले में अब तक 1 लाख 73 हजार 40 सैम्पल की जांच की जा चुकी है। इनमें से 1 लाख 60 हजार 796 की रिपोर्ट निगेटिव प्राप्त हुई है। जिले में 996 कोरोना सैम्पल की जांच प्रक्रियाधीन हैं। वहीं, कोरोना एक्टिव केस 35 है। रिकवरी की बात करें तो यह 98.57 प्रतिशत है।
10 हजार 975 लोगों ने लगवाया कोरोना से बचाव का टीका चिकित्सा विभाग के कोविड-19 टीकाकरण अभियान के तहत मंगलवार को जिले के चयनित 91 अस्पतालों में 10 हजार 975 लोगों को कोरोना वायरस से बचाव का टीका लगाया गया। 60 साल से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों तथा 45 से 60 साल के गंभीर बीमारियों से पीडि़त लोगों को यह टीका लगाया गया। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार फतेहुपर ब्लॉक में 1060 को टीका लगाया गया। वहीं लक्ष्मणगढ क्षेत्र में 1960, कूदन ब्लॉक में 1830, पिपराली ब्लॉक में 1174, दांता क्षेत्र में 1318, श्रीमाधोपुर ब्लॉक में 800, खण्डेला ब्लॉक में 1412, नीमकाथाना ब्लॉक में 1230 तथा सीकर शहर में 191 लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया। विभाग के अनुसार मंगलवार को 10 हजार 828 वरिष्ठ नागरिकों को पहली डोज लगाई गई। वहीं 147 हैल्थ केयर व फ्रंट लाइन वर्कर्स को कोरोना वायरस से बचाव की द्वितीय डोज लगाई गई।
बढ़ेंगे सैंपलकोरोना संक्रमण को देखते हुए जिले में सैम्पलों की जांच का काम फिर से बढ़ाया जाएगा। साथ ही अधिकारी पूर्व में चयनित क्वारेंटीन सेंटर के तय जगहों पर जाकर फिर से व्यवस्थाओं का जायजा लेकर वहां तैयारी करेंगे। सोमवार को प्रशासन ने वीसी के माध्यम से जिले की स्थिति की ब्लॉक वार समीक्षा की। बैठक में जिले की सभी नगरपालिका क्षेत्रों में रात दस बजे बाजार बंद करवाने के निर्देश दिए गए। साथ ही सभी ब्लॉक को प्रतिदिन 100 सैम्पल का लक्ष्य दिया गया है। एडीएम धारा सिंह ने क्वारेंटीन सेंटर के लिए पहले चयनित स्थानों पर फिर से जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लेने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अभी जिले में स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन आगामी दिनों में जरूरत पडऩे पर उनका उपयोग किया जा सके। इसके लिए एहतियाद के लिए व्यवस्थाओं का जायजा लिया जाए।
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