भगवान सहाय यादव, सीकर.
Good News For Farmers in Rajasthan : इन्द्रदेव की मेहरबानी से प्रदेश में इस बार बाजरे की बम्पर पैदावार ( Bumper Yield of Millet ) किसानों की झोली भर देगी। रेवेन्यू बोर्ड ( Revenue Board ) के सर्वे से कृषि विभाग ( Agriculture Department ) को मिले बाजरे के अच्छे उत्पादन के आंकड़ों से न केवल किसानों की बल्कि कृषि विभाग के अधिकारियों की भी बांछें खिल गई हैं। विभाग के प्रारम्भिक सर्वे में बाजरे का 38 लाख 96 हजार 154 मैट्रिक टन उत्पादन होने की संभावना है, जो पिछले तीन साल में सबसे ज्यादा रहेगा। बाजरे की वानस्पतिक बढ़वार के दौरान लगातार बारिश होने से पशु चारे का उत्पादन भी अच्छा होगा। इधर प्रदेश में मूंग, मोठ, उड़द, मूंगफली आदि का उत्पादन भी अच्छा होने के संकेत है।
प्रदेश में फैक्ट फाइलवर्ष क्षेत्रफल उत्पादन2019-20 41.00 लाख 38.96 (संभावित )2018-19 41.54 लाख 35.65 2017-18 42.36 लाख 35.52 (क्षेत्रफल हैक्टेयर में तथा उत्पादन लाख मैट्रिक टन में)
12 फीट तक बढ़वारबाजरे की बुवाई से लेकर बढ़वार व पकाव अवस्था तक लगातार बारिश होने से बाजरे की फसल के पौधों ने अच्छी बढ़वार ले ली है। सीकर, अलवर, जयपुर, नागौर सहित कई जिलों में बाजरे के पौधे 12-12 फीट तक बढ़े हैं। वहीं सिट्टे भी लम्बे दानों से भरे हुए हैं।
मिले आंकड़ेरेवेन्यू बोर्ड से खरीफ सीजन के उत्पादन के प्रारम्भिक आंकड़े मिले है। इसमें बाजरे का उत्पादन 38.96 लाख मैट्रिक टन होना संभावित है। फाइनल आंकड़े अभी और आएंगे। -बीएस राठौड़, संयुक्त निदेशक , सांख्यिकी, कृषि मुख्यालय, जयपुर
पर्याप्त बारिशप्रदेश में बाजरे की वानस्पतिक अवस्था में बारिश अच्छी होने से पौधों ने 12 फीट तक बढ़वार ली है। झुंझुनूं व चूरू में फसल पकाव समय पर बारिश कम होने से उत्पादन प्रभवित होगा। -डा. दयानन्द, प्रभारी, कृषि विभाग केन्द्र, झुंझुनूं
इस बार इंद्रदेव की मेहरबानी से प्रदेश के किसानों की भरेगी झोली, पढ़ें पूरी खबर
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