सीकर/खाटूश्यामजी. एक तरफ कोरोना से मरीजों की सांसे उखड़ रही है तो दूसरी ओर खाटूश्यामजी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में वेंटिलेटर का दम घुट रहा है। यहां दो वेंटिलेटर सहित लाखों के उपकरण पिछले एक साल से मौजूद है। लेकिन, स्टाफ व पर्याप्त संसाधन नहीं होने की वजह से धूल फांक रहे है। लिहाजा यहां आने वाले मरीजों को सुविधा होने पर भी सीधे सीकर या जयपुर रेफर किया जा रहा है। जो स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाओं को फिर कटघरे में खड़ा कर रहा है।
सर्जन है, एनेस्थीसिया चिकित्सक नहींखाटूश्यामजी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्टाफ की नियुक्ति भी अजब ढंग से की गई है। विभाग ने यहां एनेस्थीसिया का चिकित्सक तो लगा दिया, मगर सर्जन की नियुक्ति नहीं की। ऐसे में ऑपरेशन थियेटर होने पर भी वह ताले में ही बंद है। लोगों का कहना है कि यदि अस्पताल में आईसीयू की सेवा शुरू हो जाए तो क्षेत्र के गंभीर मरीजों को समय पर उपचार मिलने से उनकी जान बचाई जा सकती है। सीएचसी प्रभारी डॉ.गोगराज सिंह निठारवाल ने बताया कि गत वर्ष कोरोनकाल में स्वास्थ्य विभाग ने दो वेंटिलेटर अस्पताल को दिए थे। लेकिन, पर्याप्त पद नहीं होने की वजह से उनका उपयोग नहीं हो पा रहा। आपरेशन थियेटर तक बंद है।
गत वर्ष पत्रिका की खबर पर मिले थे उपकरणराजस्थान पत्रिका ने 11 अप्रेल 2020 को प्रकाशित 14 दिन बाद भी नहीं मिले अस्पताल को उपकरण शीर्षक नाम से प्रकाशित की थी। इसके बाद विभाग ने दो वेंटिलेटर, चार मल्टी परा मॉनिटर, चार प्लस ऑक्सीमीटर, 10 नेबुलाइजर मशीन, चार सीरिंज इन्फ्यूजन पंप और एक एबीजी मशीन तीनों सीएचसी में भेजी थी। वेंटिलेटर की सुविधा मरीजों को अभी तक नहीं मिल सकी।
इनका कहना हैवेंटिलेटर शुरू करने के लिए अस्पताल में आसीयू वार्ड होना जरूरी है। इसमें प्रशिक्षित ट्रेनर के साथ चिकित्सकों की पूरी टीम होती हैै। वर्तमान में दांतारामगढ उपखंड में केवल खाटू सीएचसी में ही वेंटिलेटर है। अधिकतर स्टाफ की ड्यूटी भी कोविड सेंटर में लगी है।डॉ.सुनील धायल बीसीएमओ दांतारामगढ़, सीकर
- Advertisement -
- Advertisement -
- Advertisement -