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7:30 बजे है सभी स्कूलों के खुलने का समय, फिर भी 2 घंटे देरी पहुंच रहे हैं हैड-मास्टर

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सोमवार को न्यूज़ चेनल के रिपोर्टर जिले के राजकीय स्कूलों के खुलने और शिक्षकों के देरी से पहुंचने को लेकर कारण जानने के लिए स्कूल समय सुबह 7.30 बजे से पहले सुबह 7 बजे स्कूल पहुंच गए। जब स्कूल खुलने का समय हुआ तो बच्चे तो समय पर स्कूल पहुंच गए, लेकिन स्टाफ नहीं पहुंचा। स्कूलों में स्टाफ और अन्य व्यवस्थाओं को देखने पर मिला कि धौलपुर के ओदी का पुरा स्कूल में वर्तमान में 10 कक्षाएं संचालित हो रही हैं, जबकि स्कूल में कुल कक्षा कक्ष 6 ही हैं। इनमें से भी 3 कक्षा कक्ष जर्जर अवस्था में होने के कारण बंद कर रखे हैं। यहां बच्चों को स्कूल परिसर में लगे पेड़ों के नीचे बैठाकर पढ़ाया जा रहा था। वहीं बसेड़ी के नादनपुर स्थित राजकीय स्कूल में पदस्थ प्रधानाचार्य स्वयं ही तय समय से दो घंटे देरी से स्कूल पहुंचे। जब उनसे लेट आने का कारण पूछा तो कारण भी नहीं बताया। यही नहीं इस स्कूल में कार्यरत 15 में से 10 शिक्षक भी छुट्टी पर थे। 10 टीचर अनुपस्थित नादनपुर स्कूल में प्रधानाचार्य रामचरण, रामगोपाल मीणा, कल्याण सिंह, जितेंद्र सिंह गुर्जर, रमेश चंद मीणा, रामदास मीणा, राजेंद्र प्रसाद मीणा, राजवीर, हुकम सिंह, रामराज आदि शिक्षक अनुपस्थित मिले। बसेड़ी…लेट पहुंचे शिक्षक लगातार गिरते परीक्षा परिणाम के चलते कई ग्रामीणों ने अपने बच्चों का कराया निजी स्कूलों में दाखिला बसेड़ी | अभिभावक एवं विद्यार्थियों से अभद्र भाषा में बात करने के लिए क्षेत्र में प्रसिद्ध प्रधानाचार्य रामचरण मीणा जब से नादनपुर स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में पदस्थ हुए हैं तब से स्कूल का परीक्षा परिणाम तो खराब हो ही रहा है, बच्चों की पढ़ाई का स्तर में लगातार गिरावट आती जा रही है। कारण है कि वे स्कूल के शिक्षकों को पढ़ाई के समय भी अपने कार्यालय में बैठाकर रखते हैं। यही नहीं सरकार द्वारा बच्चों को दिए जाने वाले दूध से ही अपने और स्टाफ के लिए चाय बनवाते हैं। प्रधानाचार्य के इस रवैये से नाराज चल रहे ग्रामीण सोमवार को स्कूल पहुंच गए। जहां उन्होंने सीनियर अध्यापक किशोर स्वामी से प्रधानाचार्य सहित देरी से आने वाले शिक्षकों की हाजिरी रजिस्टर में सीएल लगवाई। वहीं प्रधानाचार्य तय समय 7.30 बजे के बाद भी 9 बजे तक नहीं आए। सीनियर शिक्षक किशोर स्वामी से विद्यालय में शिक्षक की संख्या की जानकारी ली। जिसमें किशोर स्वामी ने बताया कि विद्यालय में 15 शिक्षक हैं। वहीं ग्रामीणों को स्कूल में 4 शिक्षक ही मौजूद मिले। वहीं लेक्चरर अश्वनी 10 मिनट देरी से आए। किशोर स्वामी ने बताया है कि लेक्चरर भगवान सिंह मीणा बीएलओ के काम को लेकर बसेड़ी गए हैं। धौलपुर के 12 स्कूलों में पहुंचे भास्कर के11 रिपोटर्स, 2 में हैडमास्टर, 6 में शिक्षक समय पर नहीं पहुंचे, कारण बताया..बीमारी तो कोई बोला जाम में फंसने से हुए लेट नादनपुर स्कूल में प्रधानाचार्य समेत कई शिक्षक देरी से आए तो गुस्साए ग्रामीणों ने रजिस्टर में लगवाई सीएल ग्रामीणों का प्रदर्शन औंडेला के राजकीय स्कूल में 76 बच्चों पर 7 शिक्षक नियुक्त, फिर भी एक साथ बैठाकर करा रहे अध्यापन धाैलपुर | धौलपुर राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय औंडेला में वर्तमान में 76 बच्चों का नामांकन है। इन बच्चों को पढ़ाने के लिए इस स्कूल में प्रधानाचार्य सहित 7 शिक्षक नियुक्त हैं। स्कूल में पर्याप्त मात्रा में कक्षा कक्ष होने के बावजूद भी यहां विभिन्न कक्षाओं के बच्चों को एक साथ बैठाकर पढ़ाई कराई जाती है। सोमवार को जब भास्कर रिपोर्टर स्कूल पहुंचा तो यहां सभी शिक्षक स्कूल खुलने के तय समय पर उपस्थित मिले। ओदी का पुरा…पेड़ के नीचे पढ़ाई ओदी का पुरा स्कूूल में 6 कक्षा कक्ष में से 3 जर्जर, पेड़ के नीचे बैठकर पढ़ते हैं बच्चे धाैलपुर | राजकीय माध्यमिक स्कूल ओदी का पुरा में वर्तमान में 439 बच्चों का नामांकन हैं। इन बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी 12 शिक्षकों पर है। सोमवार को प्रधानाध्यापिका सर्वेश अग्रवाल और शिक्षिका चिंकी शर्मा अवकाश पर थीं। वहीं 401 छात्र उपस्थित थे। इस स्कूल में 10 कक्षाएं संचालित होती हैं। यहां देखने को मिला कि स्कूल भवन में 6 कक्षा कक्ष बने हुए थे। इनमें से 3 कक्षों को बंद किया हुआ था। यही नहीं इस स्कूल में कई कक्षाओं के बच्चे स्कूल परिसर में लगे पेड़ों के नीचे बैठकर अध्ययन कर रहे थे। इस संबंध में जब वहां उपस्थित कार्यवाहक प्रधानाचार्य केशवदेव शर्मा ने बताया कि स्कूल में बने 6 कक्षा कक्षों में से तीन कक्षा कक्ष जर्जर हालत में हैं। इसके लिए स्कूल की ओर से विभाग के उच्च अधिकारियों को बताया जा चुका है। उन्होंने बताया कि बरसात में बच्चों को पढ़ाना बड़ी समस्या रहती है। बच्चों ने बताया कि स्कूल में पानी की समस्या है। कई बच्चे तो पीने का पानी अपने घर से लेकर आते हैं। लेट आने पर किसने क्या कहा जाम में फंसने के कारण 10 मिनट लेट हो गई : प्रधानाचार्य नीरू जैन सोमवार को बसई नवाब स्थित राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक स्कूल की प्रधानाचार्य नीरू जैन स्कूल खुलने के तय समय सुबह 7.30 बजे से 10 मिनट देरी से 7.40 बजे पहुंची। रिपोर्टर ने जब उनसे देरी से आने का कारण पूछा तो उनका कहना था कि स्कूल आते समय रास्ते में वे जाम में फंस गई थीं, इसलिए देर हो गई। बच्चाें ने कहा : लंच के बाद स्कूल में छुट्‌टी जैसा माहौल हो जाता है स्कूल खुलने के समय रिपोर्टरों ने बच्चों से शिक्षकों के लेट आने का कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि कई शिक्षक ऐसे हैं जो हमेशा ही देरी से आते हैं। कई बच्चों ने यह भी बताया कि लंच होने के बाद तो स्कूल में लगभग छुट्‌टी जैसा वातावरण बन जाता है। कारण है कि लंच के बाद अधिकांश शिक्षक क्लास लेने के बजाय स्कूल की छुट्‌टी होने तक का समय कार्यालय में बैठकर या आपस में गपशप कर गुजार देते हैं। अभिभावक बोले : प्रधानाचार्य कक्ष में शिक्षक करते हैं गपशप, पढ़ाई चौपट बसेड़ी के नादनपुर स्थित राजकीय स्कूल में कार्यरत प्रधानाचार्य के मनमाने रवैए के चलते गत वर्ष रिजल्ट खराब होने की वजह से काफी संख्या में ग्रामीणों ने अपने बच्चों की टीसी कटाकर प्राइवेट स्कूलों में भर्ती कराया है। जहां वे मजबूरी में भारी भरकम फीस देकर पढ़ाने को मजबूर हो रहे हैं। वहीं बसई नवाब स्थित राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय में शिक्षकों के कुल 16 पद स्वीकृत हैं। इनमें से वर्तमान में 5 पद खाली चल रहे हैं। अभिभावकों का कहना था कि शिक्षक संख्या कम होने से उनकीCG बेटियों की पढ़ाई पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है।

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