(255 were not getting ration in slum areas) सीकर. शहर की कच्ची बस्तियों के परिवारों की भूख की पीड़ा सामने आने के बाद वहां प्रशासनिक सर्वे रविवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। सर्वे में पत्रिका की खबर पर मुहर लग चुकी है। प्रभारी भू अभिलेख निरीक्षक कमलेश सैनी ने बताया कि रविवार को हाउसिंह बोर्ड की 423 तथा सालासर बस स्टैंड स्थित कच्ची बस्ती के 310 परिवारों का सर्वे हुआ। जिनमें से 255 परिवारों के पास राशन की समस्या होनेा सामने आया। ऐसे में जरुरतमंदों को राशन के किट भी उपलब्ध करवाए गए। इसी बीच सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, बाल कल्याण समिति व जिला बाल संरक्षण इकाई के अधिकारियों ने भी इन बस्तियों का जायजा लिया। सामाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक ओम प्रकाश राड़, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष डॉ. रतन लाल मिश्रा व सदस्य गजेंद्र सिंह चारण व कमलकांत शर्मा तथा जिला बाल संरक्षण इकाई की सहायक निदेशक प्रियंका पारीक व एनजीओ प्रतिनिधि धर्मेंद्र शर्मा व हरिनारायण सिंह ने हाउसिंग बोर्ड व सालासर बस स्टैंड स्थित कच्ची बस्तियों के परिवारों से मुलाकात की। पालनहार, विधवा व वृद्धावस्था पेंशन सरीखी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए जरुरतमंद व पात्र परिवारों को चिन्हित भी किया। इस दौरान अधिकारी दल ने पत्रिका में प्रकाशित पीडि़त परिवारों से प्राथमिकता से वार्ता की। इनमें पेड़ के खोखे खाकर भूख मिटाने वाले धरमनाथ के चार में से तीन बच्चों का दशरथ मनोविकास संस्थान में प्रवेश दिलाने का प्रस्ताव भी रखा। विचार करने के लिए धरमनाथ को दो दिन का समय भी दिया।
राशन के लिए 255 परिवार चिन्हितसर्वे प्रभारी कमलेश सैनी ने बताया कि कच्ची बस्ती के सर्वे में अब तक 255 परिवारों को राशन नहीं मिलना सामने आया है। जिन्हें चिन्हित कर यूआइटी व डेरा सच्चा सौदा टीम द्वारा राशन किट भी उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सोमवार को गंवारिया व स्वामी बस्ती में राशन किट बांटे जाएंगे।
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