फतेहपुर. समय सुबह सात बजे। हल्का-हल्का कोहरा छाया हुआ था। नेशनल हाइवे के पुलिया के पास जाते ही ऐसी दुर्गंध आ रही थी कि मानो अभी आग लगी हुई है। थोड़ा-थोड़ा धुंआ उठ रहा था। पुलिस के जवान पहरेदारी में खड़े थे। सड़क पूरी तरह से काली हो रखी थी। जला हुआ ऑयल डीजल बिखरा पड़ा था। जले हुए ट्रकों से आधा सामान नीचे उतारा हुआ था व पुलिया के एक साइड रास्ता खुला था, लेकिन पुलिया पर से आवागमन बंद था। वहां जाते ही रात का मंजर आंखों के सामने आ गया।
पुलिया की टूटी हुई रेलिंग के पास दोनों ट्रक खड़े थे। पुलिया पर डिवाइडर नही होना, पुलिया की चौड़ाई कम होना, पुलिया पर घूमाव होना जैसे ना जाने कितने प्रश्न मन को कचौट रहे थे। लेकिन नियति को यहीं मंजूर था, एक व्यक्ति तो जिंदा जल गया, जब तक आग बुझी तब तक उसका कंकाल बचा था, दूसरा अस्पताल में इलाज के दौरान जिदंगी से जंग हार गया। कस्बे में दो जांटी बालाजी मंदिर के सामने नेशनल हाइवे 52 पर स्थित पुलिया पर शुक्रवार रात को हुए हादसे में मृतकों की संख्या दो हो गई। पुलिस ने मृतकों का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया।दोनों मृतकों की हुई शिनाख्तकोतवाल उदय सिंह यादव ने बताया कि आग में जले व्यक्ति की पहचान बीकानेर के नापासर थाना इलाके के गांव बेलासर निवासी महेन्द्र सिंह पुत्र करणी सिंह के रूप में हुई। अस्पताल में इलाज के दौरान हुई मौत के बाद मृतक की शिनाख्त हरियाणा के नरवाणा थाने के मंगलपुर निवासी बलजीत पुत्र रामकुमार के रूप में हुई। कोतवाल उदय सिंह यादव के मुताबिक बलजीत हरियाणा से चावल भरकर कांड़ला पोर्ट जा रहा था। वहीं महेन्द्र सिंह कोलायत से बहादुरगढ़ हरियाणा जा रहा था। हादसे में महेन्द्र सिंह जिंदा ही जल गया व बलजीत को लोगों ने बड़ी मशक्कत से बाहर निकाल लिया। लेकिन अस्पताल में इलाज के दौरान बलजीत ने दम तोड़ दिया। हादसे में बीकानेर से आ रहे ट्रक में सवार मनोज कुमार व हरियाणा से आ रहे ट्रक में सवार वकील पुत्र ऋषिपाल घायल हो गए। इनमे से मनोज के ज्यादा चोट आने पर उसका इलाज जारी है।शनिवार दोपहर बाद खुला रास्ताघटना के बाद हाइवे पर पूरी तरह जाम लग गया। कई किमी जाम होने के चलते यातायात शुरू करवाने के लिए मशक्कत की। लेकिन पुलिया पर से ट्रक साइड नहीं किए जा सके। इसके बाद पुलिस ने पुलिया के नीचे से सर्विस रोड़ से रास्ता शुरू करवा दिया। शनिवार दोपहर तक वाहन सर्विस रोड़ से आते रहे। दोपहर को दोनों ट्रकों को खाली करवाकर उनका सामान व ट्रक वहां से हटवाएं तो रास्ता साफ हुआ। इसके बाद याातायात सुचारू रूप से शुरू हुआ।
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