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शव की अंत्येष्टि पर दो पक्ष हुए आमने सामने, साढ़े तीन घंटे सड़क पर रहा शव

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सीकर/पलसाना. राजस्थान के सीकर जिले के पलसाना इलाके के लढ़ाणा पंचायत के विनायकपुरी में सोमवार को एक शव के अंतिम संस्कार को लेकर दो पक्ष के लोग आमने सामने हो गए। इस दौरान मृतक के परिजन करीब साढ़े तीन घंटे तक शव को सड़क पर ही लेकर बैठे रहे। बाद में रात को प्रशासनिक अधिकारियों ने भारी पुलिस जाब्ते की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार करवाकर मामला शांत करवाया।
ये है मामलाजानकारी के अनुसार विनायकपुरी निवासी बोदूराम खोखर 75 वर्ष की सोमवार दोपहर मौत हो गई थी। परिजन शाम पांच बजे के करीब शव को अंतिम संस्कार के लिए जोहड़ में लेकर जा रहे थे। इस दौरान दूसरे पक्ष के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को दी। इसके बाद रानोली थानाधिकारी घासीराम मीणा ने मौके पर पहुंचकर शव यात्रा को रास्ते में ही रुकवा दिया। इस दौरान दूसरे पक्ष का आरोप था कि जहां पर शव का अंतिम संस्कार किया जा रहा है वो सरकारी भूमि है और बंजड़ जोहड़ की जमीन है। इस भूमि पर 2004 से जोधपुर उच्च न्यायालय में स्टे चल रहा है। इस दौरान इस भूमि पर पूर्व में अस्पताल के लिए बजट भी स्वीकृत हुआ था। लेकिन भूमि पर स्टे होने से अस्पताल के लिए स्वीकृत राशि वापस लैप्स हो गई थी। अब इस भूमि पर कुछ लोगों ने मनमर्जी से श्मशान घाट बना रहे है। जबकि गांव के लिए पहले से ही श्मशान घाट के लिए भूमि का अलॉटमेंट हो रखा है और वहीं पर अंतिम संस्कार भी किए जा रहे है। वहीं अंतिम संस्कार के लिए आए लोगों का कहना था कि जहां अंतिम संस्कार करना चाह रहे है वहां पूर्व में भी ग्रामीणों की सहमति के बाद श्मशान घाट तय कर एक महिला का अंतिम संस्कार किया गया था। गांव के श्मशान घाट काफी दूर बने हुए है। ऐसे में इतनी दूर शवयात्रा लेकर जाना संभव नही है। ऐसे में नजदीक में श्मशान घाट बनाए गए थे। लेकिन कुछ लोग अनावश्यक विवाद कर शवयात्रा को रोक रहे हैं।
अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर करवाया अंतिम संस्कारदोनों पक्षों के बीच अंतिम संस्कार को लेकर विवाद होने पर दांतारामगढ़ तहसीलदार ओमप्रकाश शर्मा भी रात आठ बजे के करीब मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों से बात कर शव को अंतिम संस्कार करने की अनुमति दे दी। इस दौरान दूसरे पक्ष के लोग विरोध जताते रहे और जमीन पर स्टे आदि के कागजों की फाइल अधिकारियों को दिखाते रहे। लेकिन पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने कोरोना काल को देखते हुए बिना समय गंवाए अंतिम संस्कार की बात कहकर अंतिम संस्कार करवा दिया। बाद में एसडीएम अशोक रणवां भी मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों से बात कर आगामी दिनों में दोनों पक्षों से वार्ता कर समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया है।
तीन थानों का जाब्ता तैनात कियाशव के अंतिम संस्कार को लेकर विवाद होने के बाद मौके पर सीओ ग्रामीण राजेश आर्य, रानोली थानाधिकारी घासीराम मीणा के साथ ही धोद व दादिया थाने का जाब्ता मौके पर बुलाया गया। इसके अलावा पुलिस लाइन से अतिरिक्त जाब्ता भी मौके पर तैनात किया गया।

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